एक्ने और पिंपल्स में क्या है फर्क? जानें कैसे पाएं इससे छुटकारा,यह है आसान गाइड

KNEWS DESK-आजकल खराब डाइट, बढ़ता प्रदूषण और अनियमित लाइफस्टाइल के कारण युवाओं में एक्ने और पिंपल्स की समस्या तेजी से बढ़ रही है। चेहरे पर दाने न सिर्फ लुक खराब करते हैं, बल्कि स्किन को बेहद सेंसिटिव भी बना देते हैं। अक्सर लोग एक्ने और पिंपल्स को एक ही समझते हैं, जबकि दोनों अलग स्किन कंडीशन्स हैं। गलत समझ के कारण लोग एक ही तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं, जो समस्या को और गंभीर बना देता है। ऐसे में सही जानकारी बेहद जरूरी है।

एक्ने और पिंपल्स होने की वजहें अलग क्यों हैं?

एक्ने होने के मुख्य कारण

  • हार्मोनल इंबैलेंस
  • त्वचा पर अत्यधिक सीबम (तेल) बनना
  • बैक्टीरियल इन्फेक्शन
  • जेनेटिक कारण
  • अनहेल्दी और तैलीय खाना

पिंपल्स होने के कारण

  • ऑयली स्किन
  • पसीना और स्किन पर जमा गंदगी
  • स्ट्रीट फूड और जंक फूड का सेवन
  • एलर्जी
  • सही तरीके से स्किन की साफ-सफाई न होना

दोनों में एक समान कारण है सीबम का ज्यादा बनना, जिससे पोर्स बंद हो जाते हैं और दाने निकल आते हैं।

एक्ने और पिंपल्स में क्या है अंतर?

एक्ने (Acne)

यह एक लंबे समय तक रहने वाली स्किन कंडीशन है। चेहरे, पीठ या शरीर पर कई दाने एक साथ निकलते हैं। रेडनेस, सूजन, पस और दर्द भी हो सकता है। अगर सही इलाज न मिले तो गहरे दाग या निशान पड़ सकते हैं। इसके कई प्रकार होते हैं। लाल दाने (बिना पस), व्हाइटहेड्स, ब्लैकहेड्स इत्यादि।

पिंपल्स (Pimples)

ये एक-दो करके निकलते हैं और कम गंभीर होते हैं। हल्की रेडनेस होती है, लेकिन गहरे घाव बनने का खतरा कम होता है। पिंपल्स 2–7 दिनों में ठीक भी हो जाते हैं।

एक्ने के कितने प्रकार होते हैं?

इंफ्लेमेटरी एक्ने: लाल और सूजे हुए दाने।

ब्लैकहेड्स: खुले पोर्स में जमा गंदगी।

व्हाइटहेड्स: बंद पोर्स में जमा तेल।

सिस्टिक एक्ने: बड़े, दर्दयुक्त और पस से भरे दाने (सबसे गंभीर)

इनमें से कई लंबे समय तक रहते हैं और स्किन पर दाग छोड़ सकते हैं।

एक्ने और पिंपल्स से छुटकारा कैसे पाएं?

डाइट में बदलाव करें

जंक फूड, तली-भुनी और मीठी चीजों से दूरी बनाएं। एंटीऑक्सीडेंट्स, सलाद, फ्रूट्स और घर का ताजा खाना खाएं।

खूब पानी पिएं

भरपूर पानी और हेल्दी ड्रिंक्स शरीर से टॉक्सिन्स निकालते हैं और स्किन को हाइड्रेट रखते हैं।

स्किन की सही देखभाल

दिन में दो बार हल्के फेसवॉश से चेहरा साफ करें। ऑयल-फ्री मॉइस्चराइज़र और नॉन-कॉमेडोजेनिक प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें। चेहरे को बार-बार हाथ न लगाएं।

सनस्क्रीन जरूरी है

ऑयली स्किन के लिए जेल-बेस्ड सनस्क्रीन लगाएं।

लंबे समय से एक्ने है?

अगर एक्ने 3–4 हफ्तों में कम न हों या बार-बार हों, तो डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें। वे स्किन टाइप के अनुसार टॉपिकल क्रीम, मेडिकेटेड फेसवॉश, ओरल मेडिसिन, लेजर ट्रीटमेंट जैसी थेरेपी सुझा सकते हैं।

एक्ने और पिंपल्स भले ही दिखने में एक जैसे लगते हों, पर दोनों की जड़ें और इलाज अलग-अलग हैं। इसलिए पहले इनके बीच का अंतर समझना जरूरी है। सही डाइट, स्किनकेयर और समय पर ट्रीटमेंट से आप साफ, ग्लोइंग और हेल्दी स्किन पा सकते हैं।