KNEWS DESK,घर में किसी भी पूजा के दौरान नारियल का इस्तेमाल महत्वपूर्ण होता है। इसे भगवान को चढ़ावे के रूप में अर्पित किया जाता है, और यह माना जाता है कि नारियल चढ़ाने से भगवान प्रसन्न होते हैं। विशेष रूप से माता के लिए नारियल चढ़ाने की परंपरा है। लेकिन कभी-कभी पूजा के दौरान नारियल चटक जाता है, और ऐसी स्थिति में लोग भ्रमित हो जाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है, तो परेशान न हों। इसके पीछे कई संकेत छिपे होते हैं, जो हमारे साथ पंडित विघाशंकर जी ने साझा किए। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
नारियल पूजा में क्यों चढ़ाया जाता है?
नारियल का महत्व भारतीय पूजा विधियों में बहुत अधिक है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी ने नारियल का वृक्ष और कामधेनु को पृथ्वी पर लाया था, इसलिए इसे पूजा में चढ़ाया जाता है। इसे भगवान शिव की तीन आंखों से भी जोड़ा जाता है। इसके अलावा, नारियल को शुभ कार्यों और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए भी चढ़ाया जाता है। यह एक प्रकार से भगवान को भेंट अर्पित करने का प्रतीक है।
नारियल के चटकने का क्या अर्थ है?
अगर पूजा के दौरान नारियल बीच से चटक जाए, तो इसे शुभ संकेत माना जाता है। पंडित विघाशंकर जी के अनुसार, नारियल के चटकने का अर्थ है कि आपकी मनोकामना पूरी हो गई है और भगवान ने पूजा को स्वयं स्वीकार कर लिया है। जब नारियल चटक जाए, तो इसे किसी को भी प्रसाद के रूप में नहीं दिया जाता, क्योंकि यह माना जाता है कि इस नारियल का भोग स्वयं भगवान ने स्वीकार कर लिया है। इसलिए, इसे पानी में विसर्जित कर दिया जाता है।
इन बातों का रखें ध्यान
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पूजा के दौरान नारियल जरूर रखें, क्योंकि यह भगवान को प्रिय होता है।
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अगर नारियल पूजा में चटक जाए, तो उसका प्रसाद किसी को न दें।
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चटकने के बाद नारियल को पानी में विसर्जित करें, और इसे घर में न रखें।
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नारियल का चटकना यह संकेत देता है कि आपकी पूजा संपन्न हो चुकी है।
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पंडित जी द्वारा बताए गए अर्थों को समझें और उनका पालन करें, ताकि आपकी पूजा सफलतापूर्वक संपन्न हो।
नारियल का पूजा में महत्वपूर्ण स्थान है, और अगर पूजा के दौरान नारियल चटक जाए, तो यह एक शुभ संकेत होता है। इसे सही तरीके से विसर्जित करना और पूजा के अर्थों को समझना आवश्यक है, ताकि आपकी पूजा पूरी तरह से संपन्न हो सके।