मॉस्किटो कॉइल और रेप्लिकेंट्स का उपयोग: मच्छरों से सुरक्षा या सेहत के लिए खतरा?

KNEWS DESK, मच्छरों से बचने के लिए कई घरों में मॉस्किटो कॉइल, लिक्विड रेप्लिकेंट्स, अगरबत्ती, और फास्ट कार्ड का उपयोग किया जाता है। हालांकि, इनसे निकलने वाला जहरीला धुआं मच्छरों को दूर भगाने के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकता है। आइए जानते हैं कि इनका इस्तेमाल किस तरह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।

मच्छर भगाने के साधनों से होने वाले नुकसान

1. मॉस्किटो कॉइल

यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी में की गई एक रिसर्च के अनुसार, मच्छर भगाने वाली एक कॉइल से उतना ही धुआं निकलता है जितना 100 सिगरेट जलाने से। इससे स्पष्ट होता है कि एक कॉइल से निकलने वाला धुआं अत्यधिक हानिकारक है और लंबे समय तक इसका उपयोग सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।

2. लिक्विड रेप्लिकेंट

लिक्विड रेप्लिकेंट में मौजूद पायरेथ्रिन और अन्य हानिकारक रसायन हवा में मिलकर सांस लेने में समस्या, अस्थमा, और अन्य फेफड़ों से संबंधित बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

3. अगरबत्ती और फास्ट कार्ड

मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती और फास्ट कार्ड में कार्बन फॉस्फोरस और DDT जैसे हानिकारक तत्व होते हैं, जो जलाने पर जहरीले धुएं का उत्सर्जन करते हैं और स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं।

4. क्रीम

मॉस्किटो रेप्लिकेंट क्रीम त्वचा पर लगाने से कुछ लोगों में स्किन एलर्जी, खुजली, और अन्य त्वचा संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।

मॉस्किटो कॉइल के खतरनाक साइड इफेक्ट्स

मॉस्किटो कॉइल, अगरबत्ती और लिक्विड रेप्लिकेंट्स में पाए जाने वाले हानिकारक तत्व जैसे पायरेथ्रिन, कार्बन फॉस्फोरस और DDT लंबे समय तक संपर्क में रहने से कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • अस्थमा और श्वसन तंत्र की समस्याएं
  • सांस में तकलीफ और दम घुटना
  • आंखों में जलन
  • ब्रोंकाइटिस
  • फेफड़ों का कैंसर
  • त्वचा संबंधित समस्याएं

नगर निगम द्वारा किया जाने वाला फॉगिंग का धुआं

नगर निगम द्वारा मच्छर भगाने के लिए फॉगिंग किया जाता है, जो कि खुले वातावरण में फैल जाता है और किसी एक जगह पर अधिक मात्रा में नहीं ठहरता। इसलिए, यह कम खतरनाक होता है और सप्ताह में एक या दो बार किए जाने के कारण इसका स्वास्थ्य पर अधिक बुरा असर नहीं पड़ता।

मच्छरों से बचने के लिए प्राकृतिक और सुरक्षित उपायों का इस्तेमाल करें, ताकि मच्छरों से भी बचा जा सके और स्वास्थ्य पर भी कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।

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