पुरी का ‘खाजा’ भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा की मिठास और परंपरा का स्वाद, बनाने के लिए फॉलो करें रेसिपी

KNEWS DESK- हर साल जब ओडिशा का पुरी शहर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की भव्य तैयारियों में डूबा होता है, तब वहां एक विशेष मिठाई की खुशबू पूरे वातावरण को मीठा बना देती है — खाजा। यह सुनहरे रंग की, परतदार और कुरकुरी मिठाई सिर्फ स्वाद में नहीं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व में भी बेहद खास है। आइए जानें क्या है खाजा की खासियत और इसे घर पर कैसे बनाएं।

पुरी का खाजा सदियों से भगवान जगन्नाथ के भोग के रूप में चढ़ाया जाता है। यह रथ यात्रा के दौरान विशेष रूप से तैयार किया जाता है और मंदिर प्रसाद का अभिन्न हिस्सा माना जाता है। खाजा केवल एक मिठाई नहीं, बल्कि ओडिशा की सांस्कृतिक पहचान है, जो श्रद्धालुओं के साथ-साथ पर्यटकों के बीच भी खास लोकप्रियता रखती है।

क्या बनाता है पुरी के खाजा को खास?

खाजा की सबसे बड़ी खासियत है इसकी परतदार बनावट, कुरकुरापन और मीठा स्वाद। इसे पारंपरिक रूप से मैदे और घी की परतों से तैयार किया जाता है, जिससे यह हल्का और लंबे समय तक ताजा बना रहता है। यही कारण है कि पुरी घूमने वाले लोग इसे घर जरूर ले जाते हैं।

सामग्री 

  • मैदा – 2 कप
  • घी – 3 टेबलस्पून (मोयन के लिए)
  • चावल का आटा – 2 टेबलस्पून
  • पानी – आवश्यकतानुसार
  • घी या तेल – तलने के लिए
  • चीनी – 1 कप
  • पानी (चाशनी के लिए) – ½ कप
  • इलायची पाउडर – ½ टीस्पून
  • केसर – 6–7 धागे

खाजा बनाने की आसान रेसिपी 

मैदा गूंथना

एक बर्तन में मैदा लें, उसमें घी डालकर अच्छी तरह मिलाएं ताकि मोयन तैयार हो जाए और आटा भुरभुरा हो जाए। अब थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए टाइट आटा गूंथ लें। आटे को 15–20 मिनट ढककर रख दें।

परतों के लिए पेस्ट तैयार करना

एक छोटी कटोरी में चावल का आटा और थोड़ा घी मिलाएं। इस मिश्रण से चिकना पेस्ट बना लें। यह पेस्ट खाजा में परतें बनाने और कुरकुरापन लाने में मदद करेगा।

रोटियां बेलना और रोल बनाना

गूंथे हुए आटे को 5 हिस्सों में बांट लें और पतली रोटियां बेल लें। एक रोटी पर चावल के आटे का पेस्ट लगाएं, उसके ऊपर दूसरी रोटी रखें और फिर पेस्ट लगाएं। ऐसा पांचों रोटियों के साथ करें और फिर उन्हें एक साथ रोल कर लें। रोल को ½ इंच मोटी स्लाइस में काट लें।

बेलना और तलना

हर स्लाइस को हल्के हाथ से बेल लें। कढ़ाही में तेल या घी गर्म करें और खाजा को धीमी आंच पर सुनहरा और कुरकुरा होने तक तलें। ध्यान रहे, आंच तेज न हो वरना खाजा बाहर से जल सकता है और अंदर से कच्चा रह जाएगा।

 चाशनी बनाना

एक पैन में चीनी और ½ कप पानी डालकर एक तार की चाशनी तैयार करें। उसमें इलायची पाउडर और केसर डालें। तले हुए खाजाओं को इस चाशनी में 1–2 मिनट तक डुबोएं।

ठंडा करना और स्टोर करना

चाशनी से निकालकर खाजा को ट्रे में फैलाकर 10–15 मिनट तक पंखे के नीचे ठंडा होने दें। खाजा कुरकुरा होने के बाद खाने के लिए तैयार है। आप इसे एयरटाइट डिब्बे में स्टोर करके कई दिनों तक इसका स्वाद ले सकते हैं।

पुरी का खाजा न केवल एक मिठाई है, बल्कि एक अनुभव है जो रथ यात्रा की परंपरा, आस्था और स्वाद से जुड़ा हुआ है। अगर आप इस बार घर बैठे भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा से जुड़ना चाहते हैं, तो इस बार खुद बनाएं पारंपरिक खाजा — और अपने परिवार के साथ बांटें इसकी मिठास और परतों की खासियत।