KNEWS DESK, एक रिसर्च में सामने आया है कि अमेरिका के लगभग एक तिहाई लोग दोपहर में अक्सर थोड़ी देर की नींद लेते हैं। नेशनल स्लीप फाउंडेशन के मुताबिक, दोपहर में 30 मिनट की नींद लेना उत्पादकता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह आदत स्वास्थ्य पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव डाल सकती है।
क्यों आती है दोपहर में नींद?
दोपहर का भोजन करने के बाद हमारा पाचन तंत्र सक्रिय हो जाता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। इस प्रक्रिया में मस्तिष्क में ब्लड की आपूर्ति थोड़ी कम हो सकती है, जिससे नींद और थकान महसूस होती है। इस स्थिति में थोड़ी देर की नींद थकान को कम कर सकती है।
क्या है दोपहर की नींद के फायदे?
दोपहर में 20-30 मिनट की झपकी लेने से याददाश्त को बढ़ावा मिलता है और शरीर भी एक्टिव रहता है। शोध बताते हैं कि यह कार्यक्षमता बढ़ाने, फोकस सुधारने और थकान को कम करने में मददगार होती है। इसलिए दिन में छोटी नींद लेना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
क्या दोपहर की रोजाना नींद सेहत पर डाल सकती है नकारात्मक असर?
हालांकि थोड़ी देर की झपकी लाभकारी होती है, लेकिन यदि दोपहर में रोजाना लंबी अवधि तक सोने की आदत पड़ जाए, तो यह सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, दिन में ज्यादा सोने से डायबिटीज, हृदय रोग, और डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। यह आदत रात की नींद की गुणवत्ता पर भी असर डाल सकती है, जिससे शरीर को संपूर्ण आराम नहीं मिल पाता।
कितना समय सोना है सही?
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि दिन में 30 मिनट से ज्यादा की नींद सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकती है। इसलिए, रात में पर्याप्त और अच्छी गुणवत्ता की नींद लें, ताकि आपकी सेहत सही बनी रहे और दिनभर ऊर्जा बनी रहे।
इस प्रकार, दोपहर में सीमित समय की नींद लेना फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसे आदत में शामिल करने से पहले इसके संभावित प्रभावों को समझना जरूरी है।