बच्चों के साथ दोस्ताना रिश्ता कैसे बनाएं पैरेंट्स, जानें आसान और असरदार टिप्स

KNEWS DESK- बच्चे जन्म के बाद सबसे पहले अपने माता-पिता से ही जीवन के मूलभूत मूल्य सीखते हैं। लेकिन जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं, कई बार माता-पिता से अपनी बातें छुपाने लगते हैं। इससे उनके रिश्ते में दूरी आ सकती है। अगर माता-पिता अपने बच्चों के साथ दोस्त जैसा व्यवहार करें, तो बच्चे खुलकर अपनी बातें साझा करेंगे और उनकी सलाह को भी महत्व देंगे।

बच्चों की भावनाओं को समझें, केवल आदेश न दें

अधिकतर माता-पिता गुस्से में आकर बच्चों को डांटते हैं या उन्हें आदेश देते हैं। लेकिन बेहतर होगा कि उनकी बातें ध्यान से सुनी जाएं और उनके पीछे की भावनाओं को समझा जाए। अगर किसी परीक्षा में अंक कम आए हैं, तो डांटने की बजाय जानें कि ऐसा क्यों हुआ। जब बच्चे समझते हैं कि आप उन्हें जज नहीं कर रहे, तो वे दिल खोलकर बात करते हैं।

बच्चों के साथ समय बिताएं

आज की व्यस्त जिंदगी में माता-पिता को बच्चों के लिए समय निकालना मुश्किल होता है, लेकिन यह बेहद जरूरी है। बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताना उन्हें यह एहसास दिलाता है कि वे आपके लिए महत्वपूर्ण हैं। उनके साथ गेम्स खेलें, फिल्में देखें या साथ में शॉपिंग पर जाएं – ये छोटे-छोटे पल रिश्ते को मजबूत बनाते हैं।

उनकी राय को अहमियत दें

हर बच्चे की सोच अलग होती है। किसी भी निर्णय से पहले उनकी राय जरूर लें। उदाहरण के तौर पर – स्कूल में सब्जेक्ट चुनते समय उनकी पसंद जानें। इससे बच्चों में आत्मनिर्भरता और निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है।

गलती पर डांटे नहीं, समझाएं

बच्चों से गलती हो जाना स्वाभाविक है। ऐसे में उन्हें डांटना या सजा देना उनकी आत्मविश्वास को कम कर सकता है। अगर वे किसी बड़ी गलती से डर कर चुप रहेंगे, तो यह खतरनाक हो सकता है। इसलिए गलतियों पर उन्हें स्नेहपूर्वक समझाएं कि गलती क्या थी और उससे क्या सीखा जा सकता है।

बच्चों पर भरोसा जताएं

बच्चों की बातों को गंभीरता से सुनें और उन्हें यह महसूस कराएं कि आप उन पर भरोसा करते हैं। जब बच्चे देखेंगे कि आप उनके प्रति विश्वास रखते हैं, तो वे आपसे झूठ नहीं बोलेंगे और हर बात साझा करेंगे।

उनके दोस्तों और शौक में रुचि दिखाएं

अगर आप अपने बच्चे के साथ दोस्ती जैसा रिश्ता बनाना चाहते हैं, तो उनके दोस्तों और शौकों में दिलचस्पी लें। जानें कि उनका पसंदीदा म्यूजिक, गेम या सोशल मीडिया ट्रेंड क्या है। इससे आप उनके करीब आ सकेंगे और जेनरेशन गैप की खाई भी कम होगी।

उन्हें घुमाने लेकर जाएं

हर वीकेंड या छुट्टी में बच्चों को कहीं बाहर घुमाने ले जाएं। नई जगहें देखना न केवल उन्हें एक्सप्लोर करने का मौका देगा, बल्कि आपके साथ बिताया वक्त उन्हें खास भी महसूस कराएगा।

माता-पिता का बच्चों के साथ दोस्ताना रिश्ता उनके मानसिक और भावनात्मक विकास में बेहद मददगार हो सकता है। जब बच्चे महसूस करते हैं कि माता-पिता उन्हें समझते हैं, तब वे गलत राह पर जाने की बजाय खुद आपके पास सलाह लेने आते हैं। यही एक सुरक्षित, मजबूत और विश्वासभरे रिश्ते की बुनियाद है।