अश्वगंधा बहुत ही फायदेमंद जड़ी-बूटी है। अश्वगंधा का इस्तेमाल बहुत पहले से ही कई आयुर्वेदिक रोगों को दूर करने के लिए किया जाता हैं। इसे इंडियन विंटर चेरी भी कहते हैं। अश्वगंधा सबके लिए लाभदायक होता है, लेकिन महिलाओं को होने वाली कई समस्याओं को यह दूर करता है। अश्वगंधा महिलाओं में होने वाली पीसीओएस, पीरियड क्रैम्प, नींद न आने की समस्या, बढ़ते वजन, त्वचा और बालों से संबंधित समस्या को कम करता है।
अश्वगंधा के लाभ
आजकल की महिलाएं बहुत ज़्यदा टेंशन, स्ट्रेस, एंग्जायटी, हॉर्मोनल इम्बैलेंस, इंफ्लेमेशन, इर्रेगुलर पीरियड्स जैसी समस्याओं का हल ढूंढ़ती है। जो महिलाएं बहुत ज़्यादा गुस्सा करती है, स्ट्रेस लेती है उन्हें अश्वगंधा लेना चाहिए। इसमें मौजूद जो लाभदायक तत्व है वो गुस्सा, मानसिक परेशानियां, चिंता, स्ट्रेस को हल करने में मदद करते है। अश्वगंधा की जड़ो को पानी में उबालकर उस पानी को पिने से मन शांत होता है। अश्वगंधा में विथैनोलाइड फाइटोकेमिकल्स इंफ्लेमेशन को कम करती है। अश्वगंधा की सुखी पत्तियों से बनी चाय पिने से इंफ्लेमेशन की समस्या कम होती है।
भूलने की बीमारी दूर होती है
रात में अश्वगंधा का सेवन करने से भूलने की बीमारी सही होती है। यदि आपकी एकाग्रता कम है तो उससे भी निजात मिलता है। वृद्धजनों के लिए अश्वगंधा सिजोफ्रेनिया के लक्षणों को कम करता है।
वज़न कम करता है
कई महिलाओं में इर्रेगुलर पीरियड्स, इनफर्टिलिटी की समस्या होना, चेहरे पर बालों का बढ़ना, पीरियड्स का देर से आना ये सभी समस्याओं का होना कॉमन है। स्ट्रेस लेने और हॉर्मोनल इम्बैलेंस के कारण भी महिलाओं में रिप्रोडक्टिव इशूज होता है। ऐसे में अश्वगंधा को रेगुलर दुध के साथ लेने से ये सभी समस्याए खत्म हो जाती है।
यीस्ट इंफेक्शन में उपयोगी
अश्वगंधा के रोगाणुरोधी गुण और जीवाणुरोधी गुण योनि की समस्याओं को कम करने में भी मदद करता है। यीस्ट इंफेक्शन के लिए भी अश्वगंधा का उपयोग किया जाता है।
स्किन करे ग्लो
अश्वगंधा त्वचा से जुड़ी समस्याओं के लिए भी लाभकारी है। इसे खाने से स्किन ग्लो होती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो त्वचा से जुड़ी समस्याओं को कम करती है।