के-न्यूज़, तेजी से बढ़ती तकनीक और उन तकनीक से बने भोजन का अधूरा पकना, वा भोजन में तेलों की अधिक खपत से शरीर की नशों में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है जो सेहत पर बुरा असर डालता है।
पिछले कुछ सालों से देश में हाई कोलेस्ट्रॉल मरीजों की संख्या दिन – प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। यही कारण है लोगों में हार्ट अटैक, हार्ट फेल जैसी तमाम बीमारियों का बढ़ते जाना एक आम वजह बन गई है जो देश के लिए मुसीबत बन गई है।
फास्ट फूड और जायदा स्पाइसी भोजन हमारे शरीर में जा कर मेटाबोलिज्म को धीमा कर देता है जिस के कारण कोलेस्ट्रॉल नशों में जम जाता है और हार्ट से जुड़ी बीमारियां हो जाती है।
कोलेस्ट्रॉल को तेजी से काम करने में कुछ फल बड़ी ही अहम भूमिका निभाते है और दैनिक जीवन में सभी व्यक्तियों को इन फलों का सेवन करना चाहिए।
पपीता – एक बड़े पपीते में लगभग 14 से 15 ग्राम फाइबर होता है। यह ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करता है और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, साथ ही मेटाबोलिज्म को तेज करता है। जिस से पाचन क्रिया में सुधार आता है।
टमाटर– टमाटर को कई तरह के पोषक तत्वों से भरा और प्रतिदिन इस्तमाल किए जाने वाला फल माना जाता है। इस में विटामिन A, B, K और C पाया जाता है जो स्किन, आंखों और दिल के लिए अधिक फायदेमंद है। इसमें पोटेशियम की मात्रा के अधिक होने से ये फल कोलेस्ट्रॉल, और ब्लडप्रेशर को स्थिर रखता है।
सेब– ये फल हर मर्ज का इलाज है और शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में कारगर साबित होता है। सेब में पेक्टिन नाम का फाइबर पाया जाता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. इसके साथ ही हार्ट के मसल्स और रक्त कोशिकाओं को डैमेज होने से भी बचाता है.
खट्टे फल – खट्टे फलों में हेस्पेरिडिन होता है जो हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है। खट्टे फल जैसे नीबू, संतरे और अंगूर और भी फल ये सभी कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
एवोकाडो– एवोकाडो में विटामिन K,C, B5, B6, E और मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है, जो आपके दिल को हेल्दी रखने और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मदद करता है। एलोवेरा का सेवन करने से ये हमारे अंदर के अच्छे और बुरे कोलेस्ट्रॉल को प्रबंधित रखता है।