KNEWS DESK- केरल सरकार ने स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम को लेकर बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने NCERT के कुछ चैप्टर जो कोविड के दौरान हटा दिए गए थे उन्हें सिलेबस में दोबारा जोड़ने का ऐलान किया है। केरल में एक बार फिर स्कूली बच्चों को महात्मा गांधी की हत्या, गुजरात दंगे, मुगल इतिहास समेत NCERT की किताबों से हटाई गई चीजें पढ़ाई जाएंगी। पूरक किताबें सितंबर में स्कूलों में छात्रों को दी जाएंगी। जब ओणम की छुट्टियों के बाद कक्षाएं फिर से शुरू होंगी।
आपको बता दें कि केरल में एक बार फिर से बच्चों को महात्मा गांधी की हत्या और गुजरात दगों के बारे में पढ़ाया जाएगा। NCERT ने अपने नोट में कहा था कि कोरोना महामारी को देखते हुए छात्रों पर अतिरिक्त बोझ को कम करना जरूरी है। इसी उद्देश्य से अप्रासंगिक विषयों को हटा दिया गया है। 12वीं क्लास के सिलेबस में बदलाव करते हुए पॉलिटिकल साइंस की किताब से गुजरात दंगों को हटा दिया गया है। इसके अलावा ‘किंग्स एंड क्रॉनिकल्स, मुगल कोर्ट ‘भारतीय इतिहास के विषय-भाग 2’ और नक्सली आंदोलन का इतिहास जैसे कई पाठ्यक्रम भी हटा दिए गए हैंकेरल के शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने कहा कि यह हमारे छात्रों पर निर्भर है कि वे हमारे इतिहास, अर्थशास्त्र और विज्ञान को सही तरीके से सीखें। शिवनकुट्टी ने कहा कि केरल राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के तहत नया पाठ्यक्रम जवाहरलाल नेहरू और मुगल सम्राटों, महात्मा गांधी की हत्या, 2002 के गुजरात दंगों और अन्य सहित हटाए गए हिस्सों को वापस लाएगा। अर्थशास्त्र और विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों से हटाए गए अंश भी दोबारा जोड़े जाएंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि बैठक में NCERT द्वारा छोड़े गए हिस्सों को शामिल करने पर चर्चा हुई जो NCERT पाठ्यक्रम का उपयोग करते हैं। समिति ने शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी को सरकार के साथ इस मामले पर चर्चा करने और निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया था। बैठक में पूरक पाठ्यपुस्तकें तैयार करने की संभावनाओं पर चर्चा की गई। इस पर अंतिम निर्णय राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर छोड़ दिया गया था।