KNEWS DESK- कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार यानि आज बेंगलुरु के पैलेस ग्राउंड में समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित संविधान और राष्ट्रीय एकता सम्मेलन का उद्घाटन किया| इसके बाद अपने संबोधन में सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि सत्ता उन लोगों के हाथों में होनी चाहिए जो संविधान के पक्ष में हैं|
सिद्धारमैया ने कहा, एक संविधान तब सफल होगा, जब वह उन लोगों के हाथों में होगा जो संविधान, समानता और मानव समाज के निर्माण के पक्ष में हैं| यदि यह उन लोगों के हाथों में है जो संविधान के खिलाफ हैं, तो हमारा कोई अस्तित्व नहीं है| उन्होंने आगे कहा- संविधान के खिलाफ दो बदनामी चल रही है| यह बदनामी फैलाई जा रही है कि संविधान दलितों के उत्थान के लिए है और सामाजिक-आर्थिक स्थिति के अनुरूप नहीं है| जो लोग इसके खिलाफ हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि वे स्पष्ट रूप से स्वतंत्रता की बात कहकर बदनामी फैला रहे हैं|
उन्होंने कहा, संविधान के सफल होने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह किसके हाथों में है| एक संविधान तभी सफल होगा, जब वह उन लोगों के हाथ में होगा जो संविधान, समानता और मानव समाज के निर्माण के पक्षधर हैं| अगर यह उन लोगों के हाथ में है जो संविधान के खिलाफ हैं, तो हमारा कोई अस्तित्व नहीं है| संविधान की इच्छाओं को पूरा करने के लिए सत्ता उन लोगों के हाथ में होनी चाहिए जो संविधान के पक्ष में हैं| वहीं सीएम सिद्धारमैया के संबोधन के दौरान विधान परिषद के सभापति बसवराज होरत्ती, समाज कल्याण मंत्री एचसी महादेवप्पा और मंत्री प्रियंका खड़गे भी उपस्थित थे|