कर्नाटक विधानसभा चुनाव: राजनीति पार्टियों के बीच मचा घमासान

कर्नाटक विधानसभा चुनाव। कर्नाटक में  10 मई को होने वाले चुनाव में सभी पार्टियां एक दूसरे पर हमलावर होती नजर आ रही है |इसी कड़ी में AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है|

बजरंग दल क्या है विवाद : आप भी जानिए

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस पर जुबानी हमला किया है. दरअसल, बीजेपी और कांग्रेस ‘बजरंग दल’ और भगवान ‘बजरंगबली’ पर छिड़े विवाद को लेकर एक दूसरे के ऊपर वार-पलटवार कर रहे हैं.

बीते गुरुवार  को सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, “कांग्रेस और बीजेपी खुलेआम बहुसंख्यक धर्म के आधार पर वोट मांग रहे हैं. क्या कांग्रेस हुबली में ध्वस्त दरगाह के पुनर्निर्माण का वादा करेगी? कांग्रेस ने बीजेपी के सामने अपनी वैचारिक लड़ाई पर आत्मसमर्पण कर दिया है. क्या मोदी ठीक रहेंगे अगर मैं लोगों से तकबीर  उठाने को कहूं? आसमान गिर जाएगा.”

ओवैसी ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, “आदर्श आचार संहिता का क्या हुआ? कर्नाटक में कक्षा 3 के 92 प्रतिशत बच्चे कक्षा 2 की किताबें नहीं पढ़ सकते. राज्य में केवल 3.6 प्रतिशत बच्चों को न्यूनतम मान्यता प्राप्त आहार मिलता है. बीजेपी और कांग्रेस हमारे बच्चों के भविष्य के बारे में बात नहीं करना चाहते, बल्कि वे “सबसे बड़ा हिंदू कौन है पर लड़ रहे हैं.

जानिए क्या हैं आंकड़े

कर्नाटक में 1985 के बाद से कोई भी राजनीतिक दल लगातार दो बार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सका है.भारतीय जनता पार्टी  इस इतिहास को फिर से लिखने और दक्षिण भारत में अपने गढ़ को बनाए रखने के लिए बेहद उत्सुक है. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी राज्य में एक बार फिर सरकार बनाने के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है. वहीं, दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियां भी सत्ता में वापसी के लिए कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहती है. सबसे ज्यादा यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सत्तारूढ़ बीजेपी  चार दशक पुराने चलन को समाप्त कर राज्य में लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाती है या फिर कांग्रेस  सत्ता में वापसी कर अलगे साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले अपनी तैयारियों को दुरुस्त करने में सफल होती है. राज्य में 10 मई को वोट डाले जाएंगे और 13 को नतीजे आएंगे.

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