डिजिटल डेस्क- कानपुर देहात के देवराहट थाना क्षेत्र के बैड़ौवा गांव में एक प्रेम कहानी का दुखद अंत हुआ, जब एक युवक और युवती के शव जंगल से बरामद हुए। मृतक 25 वर्षीय उमाकांत और उसकी नाबालिग साली रिंकी उर्फ रूपम की प्रेम कहानी ने शुरुआत में सभी को प्रेरित किया था, लेकिन आखिरकार यह कहानी त्रासदी में बदल गई। जानकारी के अनुसार, उमाकांत राजापुर थाना क्षेत्र के खरतला गांव का रहने वाला है। उसकी शादी तीन साल पहले मूसानगर थाना क्षेत्र की राम सहाय की बेटी रिंकी से हुई थी। शादी के बाद भी उमाकांत समय-समय पर अपने ससुराल आता-जाता रहा। इसी दौरान उसकी साली रिंकी के साथ गहरा प्रेम और निकटता बन गई। उनका रिश्ता इतना मजबूत था कि वे डेढ़ साल पहले रिंकी के माता-पिता के विरोध के बावजूद एक-दूसरे के करीब रहने लगे।
25 सितंबर को लापता हो गए दोनों
हालांकि, जब उनके माता-पिता को यह संबंध पता चला तो उन्होंने दोनों को समझाने की कोशिश की। पर प्रेम में बंधे उमाकांत और रिंकी ने अपने इमोशन्स और प्यार के लिए परिवार की हिदायतों को नजरअंदाज किया। इसके चलते दोनों ने अपने प्यार को पूरी तरह निभाने की ठान ली। 25 सितंबर को उमाकांत अपनी साली रिंकी के साथ घर से निकला, लेकिन फिर दोनों का कोई पता नहीं चला। परिजन तुरंत देवराहट पुलिस को सूचना दी, लेकिन परिवार का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
जंगल में मिली लाश, पास में पड़ी थी सल्फास की गोलियां
अब गुरुवार, 2 अक्टूबर को मूसानगर थाना क्षेत्र के किशवा दुरौली गांव के जंगल में दोनों के शव बरामद हुए। पुलिस के मुताबिक, मौके से सल्फास की गोलियां और दो गिलास मिले हैं, जिससे आशंका जताई जा रही है कि दोनों ने अपने प्यार को लेकर यह कदम उठाया। शवों की पहचान परिजनों ने की। मृतका के दादा रामदीन ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया।