KNEWS DESK, झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) गठबंधन ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है। झामुमो के नेतृत्व वाले इस गठबंधन की जीत ने राज्य में एक बार फिर उनकी सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त किया।
हेमंत सोरेन ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। अब राज्य में मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। झामुमो नेता मनोज पांडे ने बताया कि सरकार एक संतुलित और सर्वसमावेशी मंत्रिमंडल बनाने का प्रयास कर रही है। JMM नेता पांडे ने से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जल्द से जल्द संतुलित मंत्रिमंडल का गठन करेंगे। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य ऐसा मंत्रिमंडल बनाना है, जिसमें सभी वर्गों और समुदायों का उचित प्रतिनिधित्व हो। महिला सशक्तिकरण और युवा जोश को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हमारे सहयोगी दलों को भी सरकार में निर्णय प्रक्रिया का हिस्सा बनने का विश्वास हो।”
पांच विधायकों पर एक मंत्री का फॉर्मूला
मनोज पांडे ने मंत्रिमंडल गठन के लिए अपनाए जा रहे फॉर्मूले पर भी बात की। उन्होंने कहा कि पांच विधायकों पर एक मंत्री के फॉर्मूले पर विचार किया जा रहा है। “हमारे पास कुल 34 विधायक हैं। अगर इस फॉर्मूले को अपनाया जाता है, तो झारखंड सरकार में मंत्रियों की संख्या बढ़ सकती है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री और उच्च स्तर के नेता लेंगे।”
मंत्रिमंडल विस्तार का निर्णय जल्द
मनोज पांडे ने बताया कि मंत्रिमंडल के विस्तार का काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा। “दो से तीन दिनों में मंत्रिमंडल को अंतिम रूप दिया जाएगा।” झामुमो का उद्देश्य यह है कि झारखंड की जनता को यह महसूस हो कि उनकी सरकार हर वर्ग और समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है।
झामुमो की शानदार जीत
इस चुनाव में झामुमो ने 43 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से 34 पर जीत हासिल की। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार झामुमो ने चार सीटें अधिक जीती हैं। झामुमो ने यह भी सुनिश्चित किया है कि गठबंधन के अन्य सहयोगी, विशेष रूप से कांग्रेस को निर्णय प्रक्रिया में पूरी भागीदारी दी जाएगी।