KNEWS DESK, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को समाज के सभी वर्गों, विशेषकर वंचितों और शोषितों को उनके अधिकार देने की आवश्यकता पर जोर दिया। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) केंद्रीय समिति की विस्तारित बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पार्टी के संघर्षपूर्ण इतिहास को भी याद किया और भविष्य की दिशा के बारे में अपनी योजनाओं को साझा किया।
सोरेन ने बैठक में कहा, “झारखंड मुक्ति मोर्चा एक संघर्ष से उपजी पार्टी है। यही कारण है कि हमने हमेशा हक और अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी है और हमने कभी हार नहीं मानी।” उन्होंने पार्टी के इतिहास को याद करते हुए कहा कि हर संघर्ष ने पार्टी को मजबूत किया है और इसी संघर्ष की वजह से आज झारखंड मुक्ति मोर्चा राज्य में मजबूत स्थिति में है। वहीं सोरेन ने अपने ट्वीट में भी इस बात को दोहराया। उन्होंने लिखा, “आज रांची में झारखंड मुक्ति मोर्चा केंद्रीय समिति की विस्तारित बैठक में शामिल हुआ। यही संघर्ष की पार्टी है, और हमने हमेशा हक-अधिकार के लिए संघर्ष किया है। हम कभी हार नहीं मानते, बल्कि जीत हासिल करते हैं।”
विधानसभा चुनाव में मिली सफलता पर सोरेन ने किया धन्यवाद
मुख्यमंत्री ने कहा, “विगत विधानसभा चुनाव में आप सभी कर्मठ नेताओं और जुझारू कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत तथा करोड़ों राज्यवासियों के आशीर्वाद के फलस्वरूप झारखंड में मजबूत अबुआ सरकार का गठन हुआ। आप सभी को इसके लिए हार्दिक बधाई और जोहार।” उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं का आभार जताया और उनके योगदान को सराहा, जिसके कारण जेएमएम नीत गठबंधन को झारखंड में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने का अवसर मिला।
जेएमएम की जड़ों को राज्य के प्रत्येक कोने तक है पहुंचाना
सोरेन ने यह भी कहा कि आने वाले समय में जेएमएम परिवार की जड़ों को राज्य के प्रत्येक कोने तक पहुंचाना और मजबूत करना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे वंचित और शोषित वर्गों को उनका हक दिलाने में अपनी भूमिका निभाएं।
झारखंड में जेएमएम नीत गठबंधन की दूसरी बार सरकार
झारखंड मुक्ति मोर्चा नीत गठबंधन ने 23 नवंबर को राज्य में लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की। इस बार जेएमएम गठबंधन को 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटें प्राप्त हुईं, जबकि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को केवल 24 सीटें ही मिल पाईं।