झारखंड में BJP और AJSU के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति, चुनावी रणनीति में हुए बदलाव

KNEWS DESK, झारखंड विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी और आजसू (AJSU) के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला लगभग तय हो गया है। इस संबंध में हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर हुई बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बताया जा रहा है कि अगले एक से दो दिन में इस सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा की जाएगी।

शनिवार की रात हुई बैठक में आजसू प्रमुख सुदेश महतो, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और अमित शाह ने भाग लिया। सूत्रों के अनुसार, आजसू को 11 सीटें देने पर सहमति बनी है जबकि पहले वह 13 सीटें मांग रही थी। बीजेपी की तरफ से 8 सीटें देने की पेशकश की गई थी, लेकिन अंततः 11 सीटों पर सहमति बनी। वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पहले ही घोषणा की थी कि झारखंड में बीजेपी, AJSU और जदयू (JDU) मिलकर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि 99 फीसदी सीटों पर बातचीत फाइनल हो चुकी है और शेष सीटों पर चर्चा जल्द पूरी हो जाएगी। इस गठबंधन की औपचारिक घोषणा ‘पितृ पक्ष’ के बाद की जाएगी।

बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और आजसू ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, जिसका परिणाम दोनों दलों के लिए नकारात्मक रहा। उस समय आजसू ने 52 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन दोनों पार्टियों की असहमति के चलते वे चुनाव में सफल नहीं हो पाईं। परिणामस्वरूप, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में हेमंत सोरेन की सरकार बनी और बीजेपी को विपक्ष की भूमिका निभानी पड़ी। वहीं झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और आजसू के बीच हुए समझौते से यह स्पष्ट होता है कि दोनों दल 2019 के अनुभवों से सीख लेते हुए एकजुट होकर चुनावी मैदान में उतरने का मन बना चुके हैं। सीट शेयरिंग का यह फॉर्मूला न केवल दोनों दलों के बीच के संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि झारखंड की राजनीतिक परिदृश्य में भी महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।

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