KNEWS DESK- जम्मू-कश्मीर बैंक ने मुख्य प्रबंधक सज्जाद बजाज को आतंक का सहयोग करने के जुर्म में पद से हटा दिया है| इस मामले के एक दिन बाद यानि 20 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है|
मनोज सिन्हा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि प्रशासन आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगा क्योंकि संविधान भी इसकी इजाजत देता है| यह हमारे संविधान में है कि राज्य-राष्ट्र की अखंडता और संप्रभुता के लिए खतरा पैदा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है|
उपराज्यपाल ने कहा, जो लोग अखंडता और संप्रभुता के लिए खतरा पैदा करने वालों में शामिल हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है| अवैध तरीकों से सरकारी नौकरियां हासिल की हैं| हमारी सरकार की प्राथमिकता उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करना है जो आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हैं|
इसके पहले जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस मामले पर जम्मू-कश्मीर प्रशासन को गलत ठहराते हुए ट्विट के जरिए लिखा-कश्मीरी कर्मचारियों को आतंकवादी समर्थक और आईएसआई समर्थक बताकर चुनिंदा तरीके से बर्खास्त करना सामान्य हो गया है| जब सरकार जज और ज्यूरी की भूमिका निभा रही होती है तो आरोपी को अपनी बेगुनाही साबित करने का मौका नहीं दिया जाता|