KNEWS DESK, जम्मू कश्मीर में बारामूला रेल लिंक परियोजना के तहत अंजी खड्ड केबल ब्रिज पर भार के साथ ट्रालय किया गया। जो सफलतापूर्वक पूरा हो गया। जिसके बाद अब जनवरी से रेल सेवाएं शुरू हो सकती है।
रेलवे ने बुधवार को कहा कि उसने जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में भारत के पहले केबल रेल ब्रिज अंजी खड्ड ब्रिज पर इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल रन किया है। इसके साथ ही अगले साल जनवरी में कश्मीर के लिए रेल सेवा शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है। शुक्रवार और शनिवार को पुल पर कुल 33,500 टन वजन के साथ टेस्टिंग की गई। रियासी से 3,300 टन वजन लेकर आई एक मालगाड़ी और बजरी से लदे 57 डंपर (कुल 513 टन) दो घंटे तक पुल पर खड़े रहे। डंपर उतारने के बाद मालगाड़ी के 19 कोच और बजरी से लदे 32 कोच वापस भेज दिए गए। शनिवार को आगे के ट्रायल के लिए और वजन और डंपर जोड़े गए। इस बीच अंजी खड्ड पुल के कटरा साइड के लिए इंजन का परीक्षण जारी है। ये पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक परियोजना का हिस्सा है, जिसका मकसद कश्मीर घाटी और देश के बाकी हिस्सों के बीच रेल संपर्क मुहैया कराना है। वहीं ये कौरी में चिनाब पर बने आर्च ब्रिज के बाद दूसरा सबसे ऊंचा रेलवे पुल है, जो नदी तल से 359 मीटर ऊपर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है। ये पेरिस के एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है। अंजी खड्ड पुल की कुल लंबाई 473.25 मीटर है, जिसमें पुल 120 मीटर और केंद्रीय तटबंध 94.25 मीटर है।
बता दें कि रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह ने नवंबर में घोषणा की थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनवरी में यूएसबीआरएल पर कश्मीर को नई दिल्ली से जोड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन कर सकते हैं। रेलवे ने 272 किलोमीटर लंबी यूएसबीआरएल परियोजना में से 255 किलोमीटर का काम पूरा कर लिया है और अब कटरा और रियासी के बीच सिर्फ एक छोटा सा हिस्सा ही दिसंबर तक पूरा होना बाकी रह गया है।