कौन से बड़े चेहरे हैं जो नए पोप की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं? जानें विस्तार से…

KNEWS DESK- पोप फ्रांसिस के निधन के साथ ही कैथोलिक चर्च ने एक महत्वपूर्ण और परंपरागत प्रक्रिया की शुरुआत की है। यह प्रक्रिया न केवल प्रशासनिक है, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। आइए जानते हैं, पोप के निधन के बाद क्या कदम उठाए जाते हैं:​

1. पोप की मृत्यु की पुष्टि और घोषणा

पोप की मृत्यु के तुरंत बाद, उनके निजी डॉक्टर इसकी आधिकारिक पुष्टि करते हैं। इसके पश्चात, वेटिकन के कैमरलेन्गो (Cardinal Camerlengo) को सूचित किया जाता है, जो पोप की गैरमौजूदगी में चर्च के प्रशासन की जिम्मेदारी संभालते हैं। वेटिकन प्रेस ऑफिस द्वारा पोप के निधन की सार्वजनिक घोषणा की जाती है, और यह सूचना दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्षों और चर्च के प्रमुखों को भी दी जाती है।

2. सेदे वाकांते (Sede Vacante)

“Sede Vacante” का अर्थ है “गद्दी खाली है”। यह अवधि पोप की मृत्यु से लेकर नए पोप के चुने जाने तक चलती है। इस दौरान चर्च की जिम्मेदारी कॉलेज ऑफ कार्डिनल्स के पास होती है, और कोई भी बड़ा निर्णय या बदलाव नहीं किया जाता।

3. नए पोप के चुनाव की तैयारी

नए पोप के चुनाव की प्रक्रिया को “कन्क्लेव” कहा जाता है। इसके लिए दुनियाभर से कार्डिनल्स वेटिकन बुलाए जाते हैं। चुनाव की तारीख तय की जाती है, और केवल वे कार्डिनल्स जो पोप की मृत्यु के समय 80 साल से कम उम्र के होते हैं, वोटिंग में हिस्सा ले सकते हैं।

4. पोप का अंतिम संस्कार

पोप का पार्थिव शरीर सेंट पीटर्स बेसिलिका में रखा जाता है, ताकि श्रद्धालु अंतिम दर्शन कर सकें। इसके बाद विशेष Requiem Mass के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाता है। अक्सर पोप को सेंट पीटर्स के नीचे बनी क्रिप्ट में दफनाया जाता है, जहां कई पूर्व पोप भी दफनाए गए हैं।

5. नए पोप का चुनाव

पोप के अंतिम संस्कार के करीब तीन हफ्ते बाद नए पोप के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होती है। इसके लिए दुनियाभर के कार्डिनल्स वेटिकन में पोप के निजी चैपल (सिस्टीन चैपल) में इकट्ठा होते हैं। वहां एक विशेष मास के बाद वोटिंग शुरू होती है।

6. वोटिंग प्रक्रिया

कार्डिनल्स जिसे वोट देते हैं, उसका नाम बैलेट पर लिखकर एक प्याले में रख दिया जाता है। वोटिंग के हर राउंड के बाद बैलेट्स को जलाया जाता है। चर्च की चिमनी से अगर काला धुआं उठता है, तो इसका मतलब है कि अभी वोटिंग जारी है। जब नया पोप चुन लिया जाता है, तो सिस्टीन चैपल की चिमनी से सफेद धुआं निकलता है। अगर कोई कार्डिनल दो-तिहाई बहुमत से जीतता है, तभी उसे पोप घोषित किया जाता है।

7. Habemus Papam! की घोषणा

नए पोप का चयन होने के बाद, कार्डिनल्स कॉलेज का एक प्रतिनिधि सेंट पीटर्स बेसिलिका की बालकनी से हजारों लोगों के सामने लैटिन भाषा में घोषणा करता है: “Habemus Papam!” यानी “हमें नया पोप मिल गया है!” इसके बाद चुने गए पोप एक नया पोप नाम चुनते हैं।

8. नए पोप का पदार्पण

नए पोप का उद्घाटन समारोह (Inauguration Mass) कुछ ही दिनों में होता है, जिसमें वह अपने दायित्वों की शपथ लेते हैं। इस समारोह के बाद नया पोप दुनिया को अपना पहला आशीर्वाद देता है: “Urbi et Orbi” यानी “शहर और दुनिया के लिए”।ये प्रक्रिया न केवल कैथोलिक चर्च के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक घटना मानी जाती है।

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