रूस और यूक्रेन के बीच जंग की शुरुआत हो चुकी है और दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे को भारी नुकसान पहुंचाने का दावा किया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हमले के ऐलान के बाद यूक्रेन के साथ युद्ध की शुरुआत हुई. रूसी सैनिकों ने इसके बाद यूक्रेन की ओर बढ़ना शुरू किया।
यूक्रेन के बॉर्डर गार्ड ने कहा है कि, रूस के जमीनी सेनाओं ने कई दिशाओं से यूक्रेन में हमला शुरू किया. रूसी टैंक और अन्य भारी उपकरण कई उत्तरी क्षेत्रों के साथ-साथ दक्षिण में क्रीमिया प्रायद्वीप से यूक्रेन में घुस आए. इसके बाद दोनों पक्ष के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई है।
यूक्रेन ने देश में बदलते हालात को देखते हुए मार्शल लॉ लागू कर दिया है. इसके अलावा, लोगों से शांति बनाने की अपील की गई है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है. पूर्वी यूक्रेन के कई एयरपोर्ट्स को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा, बड़ी संख्या में सैनिकों को पूर्व की ओर भेजा गया है।
अमेरिका ने कहा है कि वह यूक्रेन को हर तरह की मदद मुहैया कराएगा. वहीं, यूरोपीय संघ उड्डयन सुरक्षा एजेंसी (ईएएसए) ने सभी ‘एयर ऑपरेटर’ को यूक्रेन के हवाई क्षेत्र में नागरिक विमानों के लिए खतरे को लेकर आगाह किया है. इसने कहा है कि अब ये क्षेत्र एक संघर्ष वाला क्षेत्र हो गया है।
युद्ध की वजह से यूक्रेन को अभी तक कितना नुकसान हुआ?
रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग को लेकर यूक्रेन के बॉर्डर गार्ड्स ने बताया कि सीमा में घुसपैठ के दौरान तीन लोगों की मौत हुई है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के एक सलाहकार ने बताया कि रूस के हमले की वजह से 40 से अधिक सैनिकों की मौत हुई है, जबकि कई दर्जन सैनिक घायल हुए हैं.
राष्ट्रपति के सलाहकार ने कहा है कि यूक्रेन की सेना जबरदस्त तरीके से लड़ाई लड़ रही है. हमें इस युद्ध में कुछ लोगों को गंवाना पड़ा है. लेकिन कई जगहों पर हमने रूसी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया है.
यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूस मुख्य रूप से सैन्य बुनियादी ढांचे और सिलोस को टारगेट कर रहा था. यूक्रेन की सेना ने कहा है कि कई चेक पोस्ट और सैन्य अड्डे हमलों की वजह से तबाह हुए हैं. रूस ने यूक्रेन के एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह करने का दावा किया है।