कानपुर- तुर्की में कल आई भीषण तबाही के बाद एक बार फिर से भूकंप के झटको को महसूस किया गया । मंगलवार सुबह आए झटकों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.5 मापी गई। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की वेबसाइट के मुताबिक मंगलवार को भी भूकंप का बड़ा झटका तुर्की में महसूस किया गया है। वेबसाइट के अनुसार, “यह झटका सुबह करीब पौने नौ बजे दर्ज किया गया, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.5 रही।
इस लगातार आये भूकंप में मरने वाले लोगों का कुल आंकड़ा बढ़कर 4300 के पार पहुंच गया है। वहीं सीरिया में भूकंप से हुई तबाही में अभी तक 1444 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। भूगर्भ वैज्ञानिकों का कहना है कि “बड़े भूकंप के झटकों के बाद भी तुर्की और सीरिया के सीमाई इलाके में करीब 100 भूकंप के झटके महसूस किए गए। ”
सोमवार को आए भूकंप के झटकों से तुर्की और सीरिया में करीब चार हजार से ज्यादा इमारतें ध्वस्त हो गई हैं। जिनमें दबकर बड़ी संख्या में लोगों की मौत की मौत हुई है। डब्लूएचओ के वरिष्ठ अधिकारियों का अनुमान है कि इस भूकंप में 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं और भारत समेत दुनिया के कई देशों ने तुर्की की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। भारत ने एनडीआरएफ की दो टीमें डॉग स्कवाडय के साथ तुर्की रवाना की हैं। इसके अलावा मेडिकल सप्लाई भी भेजी गई है।
तुर्की में आए भूकंप के बाद नीदरलैंड के एक वैज्ञानिक का ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल इस ट्वीट में वैज्ञानिक ने तुर्की में बड़ा भूकंप आने की चेतावनी दी थी, जो कि सच साबित हुई। डच वैज्ञानिक फ्रैंक हूजरबीट्स, सोलस सिस्टम जियोमैट्री सर्वे नामक इंस्टीट्यूट में रिसर्चर हैं। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा था कि जल्दी या देर से, केंद्रीय तुर्की और जॉर्डन सीरिया के इलाके में 7.5 मैग्नीट्यूड का भूकंप आ सकता है।