Knews Desk:मसूद खान ने देश की आर्थिक तंगी के बारे में सेमिनार में मौजूद वरिष्ठ अमेरिका अधिकारियों को अवगत कराया.दूसरी ओर पाकिस्तान लगातार आईएमएफ से बेल आउट पैकेज मांग रहा था.
पाकिस्तान की आर्थिक तंगी से झूझ रहा है.देश में पैसे की तंगी न सिर्फ आम जनता झेल रही है,बल्कि इसका असर देश की आर्मी बजट पर भी साफ झलक रहा है.हाल ही में अमेरिका में पाकिस्तानी राजदूत ने पैसे की मार का रोना रोया है.पाकिस्तान के राजूदत मसूद खान ने गुरुवार 27 अमेरिका के सामने सैन्य के लिए पैसे मांगे.
अमेरिका में पाकिस्तान राजूदत मसूद ने आर्मी के लिए फंडिंग करने की मांग की.वहीं आपको बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को आर्मी को पैसे देने से मना कर दिया.इसी को दोबारा से बहाल करने के लिए पाकिस्तानी राजदूत ने मांग की.मसूद ने गुरुवार को एक सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के आर्मी के लिए विदेशी फाइनेंस और विदेशी बिक्री को शुरु करने को कहा.
पाकिस्तानी की मुद्रा की कीमत भी लगातार अमेरिका डॉलर मुकाबले गिरती जा रही है.पाकिस्तान की आर्मी के हालत का अंदाजा इसी बात से लग रहा है कि उनके पास टैंकों में तेल भराने के भी पैसे नहीं है.वहीं इसको सही करने के लिए भी पैसे का इंतजाम नहीं है.
पाकिस्तानी जनता भी पीएम शहबाज शरीफ के बातों से तंग आ चुकी है.वो ये बात जान चुकी है कि शहबाज शरीफ सिर्फ हवा-हवाई बातें करने में भरोसा रखते है.पाकिस्तान के रहने वाले लोग शहबाज सरकार को कोस रहे है.साथ ही साथ अपने देश के हालात सुधारने के बजाए वह भारत के तरफ आंखे गड़ाए रहते है.उनकों अब अपने देश को देखना चाहिए.एक पाकिस्तानी नागरिक ने कहा पाकिस्तान अमेरिका व चीन का गुलाम है.