KNEWS DESK- दुनिया के सबसे अमीर और प्रभावशाली लोग अब भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए आसमान छूती गगनचुंबी इमारतों की बजाय जमीन के नीचे सुरक्षित ठिकाने तैयार कर रहे हैं। इस रुझान की सबसे ताज़ा मिसाल हैं फेसबुक (Meta) के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, जो इन दिनों अपने 1,400 एकड़ के हवाई एस्टेट को लेकर चर्चा में हैं। रिपोर्टों के अनुसार, जुकरबर्ग अपने इस आलीशान परिसर में एक अंडरग्राउंड शेल्टर (बंकर) बनवा रहे हैं, जो हर तरह की आपदा में उन्हें सुरक्षित रख सकेगा।
इस अंडरग्राउंड शेल्टर में बिजली, पानी और खाने-पीने की पूरी व्यवस्था होगी। पूरा परिसर छह फुट ऊंची दीवार से घिरा हुआ है और कर्मचारियों को परियोजना से जुड़ी जानकारी बाहर न बताने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। जुकरबर्ग ने इसे एक “छोटा बेसमेंट” बताया है, लेकिन स्थानीय लोग और मीडिया इसे हाई-टेक बंकर कह रहे हैं।
मार्क जुकरबर्ग अकेले नहीं हैं जो इस तरह की सुरक्षा तैयार कर रहे हैं। LinkedIn के सह-संस्थापक रीड हॉफमैन ने कुछ साल पहले “Apocalypse Insurance” का जिक्र किया था — यानी ऐसी सुरक्षा योजना जो दुनिया के अंत जैसी स्थिति में भी जीवन बचा सके। हॉफमैन ने खुद न्यूज़ीलैंड में इसी सोच के तहत अपना घर बनवाया था।
अब यही ट्रेंड दुनिया के कई अरबपतियों में देखा जा रहा है। अमेरिका से लेकर यूरोप तक टेक और फाइनेंस सेक्टर के बड़े नाम अपने गुप्त बंकर बना रहे हैं — कोई इसे भविष्य की सुरक्षा मानता है, तो कोई इसे एक दीर्घकालिक निवेश के रूप में देखता है।
इन बंकरों के पीछे सिर्फ प्राकृतिक या राजनीतिक आपदा का डर नहीं है, बल्कि एक नई तकनीकी चिंता भी है — आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)।
विशेषज्ञों का मानना है कि दुनिया जल्द ही आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (AGI) के युग में प्रवेश करने वाली है — यानी ऐसी मशीनें जो इंसानों जैसी बुद्धि और निर्णय क्षमता रखती होंगी।
कुछ रिपोर्टों के अनुसार, OpenAI जैसी कंपनियों के भीतर भी इस बात पर चर्चा हुई थी कि AGI के सार्वजनिक होने से पहले जरूरी लोगों के लिए सुरक्षित शेल्टर तैयार किए जाएं।