ढाका में एयरफोर्स ट्रेनिंग जेट हादसे में अब तक 22 की मौत, 170 से ज्यादा घायल, स्कूल की इमारत पर गिरा था विमान

KNEWS DESK- बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सोमवार को एक भयावह हवाई हादसे में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और 170 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब बांग्लादेश एयरफोर्स (BAF) का एक ट्रेनिंग फाइटर जेट F-7BGI शहर के माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज की इमारत पर क्रैश हो गया।

घटना दोपहर 1:30 बजे हुई, जब स्कूल में नियमित कक्षाएं चल रही थीं और बड़ी संख्या में छात्र व स्टाफ मौजूद था। हादसे के समय तेज धमाके के साथ विमान इमारत पर गिरा, जिससे जोरदार आग लग गई और पूरा कैंपस काले धुएं से भर गया।

मौके पर मची भगदड़ में कई छात्र घायल हो गए, जबकि कई आग और मलबे की चपेट में आ गए। अधिकारियों के मुताबिक, मृतकों में अब तक कम से कम 10 बच्चे शामिल हैं और कई शवों की पहचान अभी नहीं हो सकी है, लेकिन आशंका है कि वे भी छात्र ही हैं।

बांग्लादेशी सेना ने बयान जारी कर हादसे की पुष्टि की और बताया कि यह F-7BGI विमान था, जो एक मल्टीरोल ट्रेनिंग फाइटर जेट है। पायलट ने दोपहर 1:06 बजे उड़ान भरी थी और 24 मिनट बाद विमान क्रैश हो गया।

हादसे में विमान के पायलट की भी मौत हो गई। पायलट ने आपातकालीन लैंडिंग की कोशिश की थी, लेकिन अंतिम क्षणों में नियंत्रण खो बैठा और जेट सीधे स्कूल इमारत पर गिरा।

बता दें कि घायलों में से दो की बाद में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी में मौत हो गई, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई। वर्तमान में 88 घायलों का इलाज राजधानी के 7 विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है, जिनमें से 25 की हालत नाजुक है।

बचाव अभियान के तहत गंभीर रूप से घायल लोगों को वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से तुरंत अस्पतालों में पहुंचाया गया।

घटना की गंभीरता को देखते हुए बांग्लादेश सरकार ने एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने मृतकों के प्रति शोक व्यक्त किया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

यह विमान चीन के चेंगदू J-7 फाइटर का एडवांस वर्जन है, जिसे सोवियत यूनियन के MiG-21 पर आधारित डिजाइन से विकसित किया गया था। बांग्लादेश ने इस विमान को 2011 में चीन से खरीदा था। F-7BGI को ट्रेनिंग और सीमित मल्टीरोल युद्धक कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है हालांकि अब इस हादसे ने इस विमान की सेफ्टी स्टैंडर्ड्स पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

वायुसेना और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हादसे की संयुक्त जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रूप से तकनीकी गड़बड़ी को हादसे की वजह माना जा रहा है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।