रूस-यूक्रेन में पिछले एक महीने से जंग जारी है. अब तक इस युद्ध में हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग पलायन कर चुके हैं. इस एक महीने के दौरान रूस ने यूक्रेन के लगभग सभी बड़े शहरों को तबाह कर दिया है. यूक्रेन पर लगातार कर रहे हमले के बीच रूस पर तमाम प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं, लेकिन हासिल कुछ नहीं हुआ.
जर्मनी से 100 मशीनगन और 1,500 मिसाइलें पहुंचीं यूक्रेन
जर्मन प्रेस एजेंसी के अनुसार की माने तो 25 मार्च को जर्मनी से 1500 “स्ट्रेला” विमान भेदी मिसाइलों और 100 MG3 मशीनगनों की एक खेप यूक्रेन पहुंची.
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस से फिर शांति वार्ता की अपील की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस से युद्ध को समाप्त करने के लिए फिर से बातचीत करने की अपील की है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन शांति के लिए अपने किसी भी क्षेत्र को छोड़ने के लिए सहमत नहीं होगा. जेलेंस्की राष्ट्र के नाम शुक्रवार रात अपने वीडियो संबोधन में रूसी जनरल स्टाफ के उप प्रमुख कर्नल जनरल सर्गेई रुडस्कोई को जवाब देते हुए दिखाई दिए. रुडस्कोई ने कहा था कि रूसी सेना अब ‘‘मुख्य लक्ष्य, डोनबास की मुक्ति’’ पर ध्यान केंद्रित करेगी.
गाड़ियों में Z का निशान आपराधिक माना जाएगा
रूस यूक्रेन जंग के बीच रूसी सेना के समर्थन में कई अन्य देशों में रूसी नागरिक अपनी गाड़ियों पर जेड (Z) का निशान लगा रहे हैं. इस बीच बवेरिया के जर्मन राज्य में अब रूसी समर्थन में गाड़ियों में “Z” को आपराधिक माना जाएगा. दरअसल न्याय मंत्री जॉर्ज ईसेनरेच ने कहा, “बवेरियन लोक अभियोजक का कार्यालय उन लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है जो सार्वजनिक रूप से अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने वाले आक्रामकता के युद्ध को मंजूरी देते हैं. “