KNEWS DESK- कुछ दिनों पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत करने वाले वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की कथित तौर पर एक विमान हादसे में मौत हो गई है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि पुतिन के खिलाफ विद्रोह की प्रिगोझिन को सजा मिली है।
“यह पहले क्यों नहीं हो गया”
रूस आश्चर्यों से भरा देश है। यहां तब लोग हैरान हो गए, जब इस साल की शुरुआत में कई मौकों पर यूक्रेनी ड्रोन ने मॉस्को पर हमला किया। इन हमलों में कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा। फिर रूसी मुद्रा रूबल में अप्रत्याशित गिरावट आई। एक डॉलर की कीमत 100 रूबल तक पहुंच गई। लेकिन, जैसे ही यह खबर आई कि येवगेनी प्रिगोझिन का विमान आसमान से गिरकर रूस के टवर क्षेत्र में क्रैश हो गया है, ज्यादातर लोगों को कोई सदमा नहीं लगा। वास्तव में, अधिकांश रूसी शायद आश्चर्यचकित थे कि यह पहले क्यों नहीं हो गया।
“पुतिन की ताकत पहले से ज्यादा कमजोर”
रूस में कई हफ्तों से अटकलें लगाई जा रही थी कि आखिर येवगेनी प्रिगोझिन का क्या होगा। ठीक दो महीने पहले प्रिगोझिन ने अपनी वैगनर आर्मी के साथ रूस के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह की शुरुआत की थी। तभी से यह माना जाने लगा था कि प्रिगोझिन ने अपने मौत के फरमान पर खुद हस्ताक्षर कर दिए हैं। लेकिन, कोई यह नहीं जानता था कि प्रिगोझिन की मौत कब और कैसे होगी। उसके बेलारूस से वापसी और मॉस्को से लेकर सेंट पीटर्सबर्ग तक सक्रियता ने पुतिन को परेशान कर रखा था। लोगों को लगने लगा था कि पुतिन की ताकत पहले से ज्यादा कमजोर हो गई है।
“मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था विमान”
प्रिगोझिन का विमान सात यात्रियों और चालक दल के तीन सदस्यों के साथ मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग जा रहा था। जब यह विमान टवर क्षेत्र में पहुंचा तो इसमें विस्फोट हो गया। इसके बाद आसमान में ही आग का गोला बन चुका यह विमान तेजी से जमीन पर आ गिरा। रिपोर्ट में बताया गया है कि विमान में सवार सभी 10 लोगों के शवों को बरामद कर लिया गया है।