KNEWS DESK- पाकिस्तान में एक बार फिर आतंकवादी हमले की वारदात सामने आई है, और यह हमला पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र के नोश्की में हुआ। इस हमले में बलूच आतंकियों ने पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाया, जिससे कम से कम 5 सैनिकों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए हैं। हालांकि, बलूच लिब्रेशन आर्मी (BLA) ने दावा किया है कि इस हमले में करीब 90 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। इस हमले को भारत में हुए पुलवामा हमले से मिलती-जुलती घटनाओं के रूप में देखा जा रहा है, जहां आत्मघाती हमलों और विस्फोटों का इस्तेमाल किया गया।
यह हमला बलूचिस्तान के नोश्की में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर किया गया था, जिसमें सात बसों और दो कारों का काफिला था। पाकिस्तानी अधिकारियों ने बताया कि एक बस को व्हीकल-बॉर्न IED (Improvised Explosive Device) से निशाना बनाया गया, जो संभवतः आत्मघाती हमला था। दूसरी बस पर रॉकेट से संचालित ग्रेनेड से हमला किया गया।
पाकिस्तान के अधिकारियों ने कहा कि इस हमले में 5 सैनिकों की मौत हुई है और 13 अन्य घायल हो गए हैं। घायल सैनिकों को नोश्की और FC कैंप में इलाज के लिए ले जाया गया। स्थानीय पुलिस अधिकारी ने आशंका जताई कि मृतकों और घायलों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है, क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर है।
हमले के कुछ घंटे बाद, बलूच लिब्रेशन आर्मी (BLA) के एक बयान में इस हमले की जिम्मेदारी ली गई। BLA ने कहा कि उनकी फिदायी इकाई “मजीद ब्रिगेड” ने नोश्की में आरसीडी हाईवे पर स्थित रखशान मिल के पास पाकिस्तान सेना के काफिले को निशाना बनाया था। बयान के मुताबिक, काफिले में आठ बसें थीं, जिनमें से एक विस्फोट में पूरी तरह से नष्ट हो गई। इसके बाद BLA के फतेह दस्ते ने एक और बस को घेर लिया और उसमें सवार सभी सैनिकों को मार गिराया, जिससे कुल हताहतों की संख्या 90 हो गई।
यह हमला पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों के बढ़ते रुझान का एक उदाहरण है, खासकर बलूचिस्तान क्षेत्र में। बलूचिस्तान में लंबे समय से पाकिस्तान सरकार और बलूच स्वतंत्रता संगठनों के बीच संघर्ष जारी है। BLA और अन्य आतंकवादी समूहों ने पाकिस्तानी सेना और सरकारी प्रतिष्ठानों को कई बार निशाना बनाया है।
इस हमले के बाद पाकिस्तान के अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन आतंकवादी समूहों द्वारा की जाने वाली इन घटनाओं को रोक पाना लगातार मुश्किल हो रहा है। पाकिस्तान सरकार के लिए यह एक बड़ा सुरक्षा संकट बन चुका है, और अब इसके प्रभाव देश के अन्य हिस्सों तक भी पहुंचने की आशंका बढ़ गई है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र में हुए इस हमले ने एक बार फिर इस इलाके में आतंकवाद और असुरक्षा के गंभीर मुद्दों को उजागर किया है। जहां पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों का कहना है कि हताहतों की संख्या 5 तक सीमित रही, वहीं BLA का दावा है कि इस हमले में 90 सैनिक मारे गए। यह घटना पाकिस्तान में चल रहे आतंकवादी संघर्ष और बलूचिस्तान के राजनीतिक संकट की गंभीरता को दिखाती है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पाकिस्तान इस हमले के बाद आतंकवादियों के खिलाफ क्या कदम उठाता है और इस इलाके की सुरक्षा स्थिति को कैसे सुधारता है।
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