KNEWS DESK- पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा रेलवे स्टेशन पर शनिवार (9 नवंबर 2024) को हुए जोरदार बम विस्फोट में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग घायल हो गए। इस भयावह घटना का एक दिल दहलाने वाला वीडियो भी सामने आया है, जो सीसीटीवी में कैद हुआ। धमाका रेलवे स्टेशन के बुकिंग कार्यालय में हुआ, और यह धमाका इतना तीव्र था कि उसकी आवाज शहर के विभिन्न इलाकों में सुनाई दी।
बीएलए ने ली जिम्मेदारी, सैन्यकर्मियों को था लक्ष्य
रिपोर्ट के मुताबिक, बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों का मानना है कि यह धमाका पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाकर किया गया था। खासकर, विस्फोट का लक्ष्य इन्फैंट्री स्कूल के सैन्यकर्मी थे, जो रेलवे स्टेशन के आसपास मौजूद थे। बलूचिस्तान के पुलिस महानिरीक्षक मौज़्ज़म जाह अंसारी ने बताया कि विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है, और घायल हुए लोगों में से कई की हालत गंभीर है।
प्लेटफॉर्म और आसपास का इलाका हुआ क्षतिग्रस्त
विस्फोट के बाद रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म और उसके आसपास का इलाका बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। धमाके की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई। पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और विस्फोट के कारणों की जांच में जुट गए हैं।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री ने की कड़ी निंदा
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया एक भयावह कृत्य करार दिया। उन्होंने हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी और तुरंत जांच के आदेश दिए। बुगती ने कहा, “आतंकवादी आम नागरिकों, मजदूरों, महिलाओं और बच्चों को अपना निशाना बना रहे हैं। इस प्रकार के हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
घायलों का इलाज जारी
घायलों को तत्काल इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, और कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि कई घायलों को गहरी चोटें आई हैं और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस बीच, पाकिस्तान की सेना ने भी हमले की स्थिति का जायजा लिया और सुरक्षा को बढ़ा दिया है।
बम विस्फोट ने सुरक्षा चिंताओं को और बढ़ाया
क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुए इस बम विस्फोट ने बलूचिस्तान में सुरक्षा की स्थिति को और जटिल बना दिया है। बलूचिस्तान में बीएलए जैसे संगठन अक्सर पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ हमले करते रहे हैं, लेकिन इस बार रेलवे स्टेशन जैसी सार्वजनिक जगह पर विस्फोट ने नागरिकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।