KNEWS DESK…. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें खत्म होती नहीं दिख रही हैं । पाकिस्तान चुनाव आयोग ने 24 जुलाई को अवमानना मामले में इमरान खान के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
आपको बता दें कि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इससे पहले इमरान खान को पेशी के लिए कई बार बुलाया लेकिन इमरान खान पेश नहीं हुए। इसके बाद चुनाव आयोग ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी प्रमुख इमरान खान की गिरफ्तारी के लिए इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक को जिम्मेदारी दी है।पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयोग के खिलाफ कथित तौर पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के लिए पिछले साल इमरान खान और उनकी पार्टी के पूर्व नेताओं असद उमर और फवाद चौधरी के खिलाफ अवमानना कार्यवाही जारी की थी। ECP के सदस्य निसार दुर्रानी की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय पीठ ने 11 जुलाई को पिछली सुनवाई में उमर को राहत देने के साथ-साथ खान और चौधरी के लिए गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था । बेंच ने सुनवाई के लिए 25 जुलाई की तारीख निर्धारित की थी।
इन सब के पीछे साजिश -इमरान खान
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने अपने नए आदेश में कहा कि 16 जनवरी और 2 मार्च को खान के लिए नोटिस और जमानती वारंट जारी किए जाने के बाद भी वह ECP के सामने पेश होने में विफल रहे थे। इसी को लेकर पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने पूर्व CM इमरान खान के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। ECP ने आज सुबह 10 बजे तक गिरफ्तार कर पेश करने का आदेश दिया है। इसी पर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि ये इन सब के पीछे गृह मंत्री की साजिश है। मामले पर प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि मुझे हटाने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए एक और वारंट निकाला गया है। वहीं पाकिस्तान की एक अदालत में प्रधानमंत्री इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी 2 बहनों के खिलाफ सुनवाई हुई है। दोनों बहनों और रिश्तेदारों को भगोड़ा घोषित करने की प्रकिया शुरू कर दी गई है।