भारत- पाक व्यापार: आतंकी हमले के बाद फिर बढ़ा तनाव, जानिए क्या-क्या आता-जाता है दोनों देशों के बीच

KNEWS DESK-  पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में एक बार फिर तल्खी आ गई है। भारत ने इस हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, तो वहीं पाकिस्तान भी बौखलाहट में कई नए ऐलान कर चुका है। ऐसे माहौल में दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों की चर्चा फिर तेज हो गई है।

भारत से पाकिस्तान में कई अहम चीजें जाती हैं जिनकी वहां भारी मांग है। इसमें प्रमुख हैं दवाएं और मेडिकल कैमिकल्स, स्टील और अन्य मेटल उत्पाद, चीनी और प्याज जैसी ज़रूरी वस्तुएं। विशेषज्ञों की मानें तो पाकिस्तान में भारतीय दवाओं और रोजमर्रा की वस्तुओं की खासा डिमांड रहती है। कई बार घरेलू संकट के समय पाकिस्तान ने भारत से चीनी और प्याज जैसी वस्तुएं आयात की हैं। दूसरी ओर भारत भी पाकिस्तान से कुछ जरूरी और सीमित सामान मंगाता है, जैसे-  ड्राई फ्रूट्स (खासकर खुबानी और अखरोट), तरबूज और अन्य फल, सीमेंट और सेंधा नमक, पत्थर, चूना और ऑप्टिकल लेंस, कॉटन, कार्बनिक केमिकल्स, चमड़ा और मेटल कंपाउंड्स इनमें से कई फल जैसे ड्राई फ्रूट्स और तरबूज कश्मीर के रास्ते होते हुए दिल्ली और उत्तर भारत के बाजारों तक पहुंचते हैं।

आपको बता दें कि 2019 के पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से होने वाले व्यापार पर सख्ती बरती थी। कई आयातों पर रोक लगाई गई थी, और ट्रेड रूट्स सीमित कर दिए गए थे। हालांकि, इसके बावजूद कुछ वस्तुओं की खरीद-बिक्री चलती रही।

दिलचस्प बात यह है कि जहां पाकिस्तान से आयात में गिरावट आई है, वहीं भारत का पाकिस्तान को निर्यात (एक्सपोर्ट) साल 2020 के मुकाबले 2024 तक 300% तक बढ़ गया है। यानी पाकिस्तान अब भारत पर व्यापार के लिए पहले से कहीं ज्यादा निर्भर होता जा रहा है। अगर भारत की सख्ती और पाकिस्तान की जवाबी प्रतिक्रिया तेज होती है, तो दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते और कमजोर हो सकते हैं। इससे न सिर्फ सीमापार कारोबार प्रभावित होगा, बल्कि दोनों देशों के आम लोगों पर भी असर पड़ेगा — खासकर उन वस्तुओं की कीमतों में जो एक-दूसरे से आती-जाती हैं।

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