KNEWS DESK… भारत हमेशा जलवायू परिवर्तन को लेकर विभिन्न मंचों पर आवाज उठाता रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार अलग-अलग देशों में जलवायू परिवर्तन अपनी चिंताएं जाहिर की हैं। वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने ब्रिक्स देशों से तत्काल ठोस जलवायू कार्रवाई करने और पृथ्वी को बचाने के लिए अपने प्रयासों को तीव्र करने की बात कही है।
दरअसल आपको बता दें कि भूपेन्द्र यादव ने कहा कि अगर हमको जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि और प्रदूषण से निपटना है तो अपनी जीवनशैली में बदलाव लाना होगा। केंद्रीय मंत्री ने बुधवार को दक्षिण अफ्रीका की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा की प्राप्ति के लिए ब्रिक्स के बीच पर्यावरण सहयोग को आगे बढ़ाना’ विषय के तहत आयोजित नौंवीं ब्रिक्स पर्यावरण मंत्रियों की बैठक में यह बात कही। भारत की तरफ से बोलते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि जुलाई 2018 में हस्ताक्षरित ब्रिक्स पर्यावरण एमओयू की कार्यान्वयन योजना ज्ञान, सूचना, विचारों, आदि के आदान-प्रदान के लिए एक मंच हो सकती है। केंद्रीय मंत्री ने पर्यावरण की सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और जैव विविधता हानि से निपटने के लिए भारत द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया।