KNEWS DESK – 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जो कड़े कदम उठाए हैं, उनसे पाकिस्तान में खलबली मच गई है। भारत के रुख से परेशान होकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने गुरुवार को आनन-फानन में नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (NSC) की आपात बैठक बुलाई, जिसमें भारत के हालिया कदमों पर चर्चा हुई। बैठक के बाद पाकिस्तान ने कई प्रतिशोधात्मक फैसले लिए हैं, जो उसकी राजनीतिक बौखलाहट को उजागर करते हैं।
सिंधु जल संधि पर पाक की गीदड़ भभकी
NSC की बैठक के बाद पाकिस्तान ने सबसे पहले भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने की चेतावनी पर प्रतिक्रिया दी। पाकिस्तान ने कहा कि यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि है और भारत इसे एकतरफा नहीं रोक सकता। पाकिस्तान ने यह भी कहा कि यह उसके नागरिकों के लिए “लाइफलाइन” है और अगर भारत ने पानी रोकने की कोशिश की, तो इसे युद्ध की कार्यवाही माना जाएगा, जिसका जवाब पाकिस्तान “पूरे राष्ट्रीय बल” से देगा।
पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत पर आतंकवाद फैलाने, कश्मीर में अत्याचार करने और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। साथ ही उसने शिमला समझौते सहित सभी द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित करने की धमकी दी है।
पाकिस्तान के उठाए बड़े कदम
NSC बैठक के बाद पाकिस्तान ने निम्नलिखित सख्त कदमों की घोषणा की:
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वाघा बॉर्डर तत्काल प्रभाव से बंद, भारत-पाकिस्तान के बीच यात्रियों की आवाजाही पर रोक।
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SAARC वीज़ा योजना के तहत भारतीयों को जारी सभी वीज़ा रद्द, केवल सिख तीर्थयात्रियों को छूट। बाकी सभी भारतीयों को 48 घंटे में पाकिस्तान छोड़ने का आदेश।
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इस्लामाबाद स्थित भारतीय रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को “अवांछित व्यक्ति” घोषित, 30 अप्रैल 2025 तक देश छोड़ने का निर्देश।
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भारतीय उच्चायोग के स्टाफ की संख्या घटाकर 30 की गई।
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भारतीय एयरलाइनों के लिए पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद।
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भारत के साथ हर तरह का व्यापार तत्काल प्रभाव से रोका गया, चाहे वह किसी तीसरे देश के माध्यम से हो।
सेना की ‘तैयारी’ और जिन्ना का हवाला
पाकिस्तान ने दावा किया कि उसकी सेना पूरी तरह तैयार है और वह देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। साथ ही भारत के हालिया कदमों को ‘दो राष्ट्र सिद्धांत’ की पुष्टि बताते हुए कहा कि क़ायद-ए-आज़म मोहम्मद अली जिन्ना की 1940 की पाकिस्तान प्रस्तावना आज भी उतनी ही प्रासंगिक है।