ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था इन दिनों मंदी के दौर से गुजर रही है। इस बीच ब्रिटेन में अब खाद्यान्न संकट भी आ खड़ा हुआ है। जिसके चलते फलों और सब्जियों की राशनिंग शुरू कर दी है। इस राशनिंग को यूके में दो सबसे बड़े सुपरमार्केट – मॉरिसन और एस्डा ने लागू किया है। इसके अंतर्गत टमाटर, आलू, खीरा, मिर्च और ब्रोकली जैसी जल्दी खराब होने वाली चीजों की खरीद प्रतिबंधित कर दी गई है। प्रत्येक ग्राहक इनमें से केवल दो या तीन चीजें ही खरीद सकता है, इससे ज्यादा नहीं।
जबकि दक्षिणी यूरोप और उत्तरी अफ्रीका में सुपरमार्केट की आपूर्ति बाधित होने के बावजूद ब्रिटेन सब्जियों, खासतौर पर टमाटर की कमी का सामना कर रहा है। जिसके चलते दो प्रमुख ग्रॉसर्स ने ग्राहकों की खरीदारी पर लिमिट लगा दी है। ब्रिटेन की तीसरी सबसे बड़ी किराना कंपनी एस्डा ने मंगलवार को कहा कि “उसने टमाटर, मिर्च, खीरा, लेटस, ब्रोकोली, फूलगोभी और रसभरी की खरीद पर अस्थायी लिमिट लगा दी है। प्रत्येक ग्राहक इनमें से केवल तीन आइटम ही खरीद सकता है, इससे ज्यादा नहीं।”
Asda के प्रवक्ता ने कहा, “अन्य सुपरमार्केट की तरह हम दक्षिणी स्पेन और उत्तरी अफ्रीका में उगाए जाने वाले कुछ उत्पादों पर सोर्सिंग चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।” वहीं, उसके प्रतिद्वंद्वी मॉरिसन ने कहा कि वह बुधवार से टमाटर, खीरे, सलाद और मिर्च में प्रति ग्राहक दो आइटम की सीमा लगाएगा। कंपनी ने कहा कि दक्षिणी यूरोप और उत्तरी अफ्रीका में खराब मौसम ने कई फसलों की कटाई को प्रभावित किया है।
बीआरसी के खाद्य और स्थायित्व निदेशक एंड्रयू ओपी ने कहा, “यह दिक्कत कुछ हफ्तों तक चलने की उम्मीद है। सुपरमार्केट सप्लाई चेन के मुद्दों के मैनेजमेंट में निपुण हैं और किसानों के साथ काम कर रहे हैं कि ग्राहकों तक ताजा उपज की एक विस्तृत श्रृंखला पहुंच सकें।” वहीं, ग्रॉसर्स का कहना है कि उच्च ऊर्जा लागत के कारण ब्रिटेन और नीदरलैंड में सर्दियों में कम उत्पादन से स्थिति खराब हो गई। बीआरसी के आंकड़ों के अनुसार, ब्रिटेन आमतौर पर दिसंबर से मार्च तक अपने टमाटर का 95% और लेटस का 90% आयात करता है।
ब्रिटेन विशेष रूप से स्पेन पर निर्भर है। मोरक्को ने इस महीने की शुरुआत में घरेलू कीमतों को कम करने और यूरोप को निर्यात के लिए पश्चिम अफ्रीकी देशों को टमाटर, प्याज और आलू के निर्यात पर रोक लगा दी थी।