KNEWS DESK- जी-7 एडवांस्ड इकॉनोमीज के सालाना शिखर सम्मेलन की शुरुआत बीते गुरुवार को अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को 50 अरब डॉलर के लोन के लिए समर्थन देने के प्रस्ताव पर सहमति के साथ हुई। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने दक्षिणी इटली के एक रिसॉर्ट में आयोजित शिखर सम्मेलन में जी-7 के राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत करते हुए कहा कि वे चाहती हैं कि इस बैठक का संदेश ‘ग्लोबल साउथ’ के साथ संवाद और एकता का हो।
जी-7 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन में जारी युद्ध और गाजा में संघर्ष का मुद्दा छाया रहने की संभावना है। पोप फ्रांसिस जी-7 शिखर सम्मेलन को संबोधित करने वाले पहले पोप बनेंगे। पोप के यूक्रेन पर रूस के हमले और गाजा में इजराइल-हमास संघर्ष के शांतिपूर्ण अंत के लिए अपनी अपील को भी दोहराने की उम्मीद है। जी7 में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे इटली ने कई अफ्रीकी नेताओं को भी आमंत्रित किया है।
दूसरे अतिथियों में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन शामिल हैं। अमेरिकी प्रस्ताव में रूस के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन की मदद के लिए 50 अरब अमेरिकी डॉलर का लोन देने की बात शामिल है।
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