भारतीयों के लिए बैंकॉक जाने का एक नया मार्ग

KNEWS DESK- भारत में कई ऐसे रास्ते हैं जिनके द्वारा हम भारत से म्यांमार होते हुए बैंकॉक जा सकते हैं। हम भारत के किसी भी कोने में क्यों न हो आपको बैंकॉक जाने के लिए सबसे पहले सिलीगुड़ी से होकर ही जाना पड़ता था। ऐसे रास्ते से जाने में बहुत समय लगता है और अक्सर इतना लम्बा और कच्चा रास्ता एक इंसान के लिए अतिव्यस्त हो जाता है।

लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि बनने लगा है एक नया मार्ग जो पहुंचाता है सीधा बैंकॉक। यह हाईवे एक कनेक्टिविटी प्रदान करता है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा प्रस्तावित किया गया था यह कलकत्ता-बैंकॉक का ट्रिलैटरल हाइवे है। अप्रैल 2022 में भारत, म्यांमार और थाईलैंड के बीच हुई एक मंत्रिस्तीय बैठक के दौरान इस परयोजना को अनुमित दिया गया था।
बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की कड़ी पहल के एक भाग के रूप में यह ट्रिलैटरल हाइवे अगले 3-4 वर्षों में अपना परिचालन शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। तीनों देशों के वाणिज्य मंत्रियों ने विदेश मंत्रालय और भारतीय वाणिज्य मंडल के द्वारा आयोजित किए गए एक व्यापार सम्मलेन में भाग लिया था जहां पर उन्होंने इस बात की पुष्टि दी थी। यह परियोजना पहले ही शुरू की जा चुकी है, और प्रस्तावित योजना से देश भर में शानदार आर्थिक विकास मिलने की उम्मीद है।

हाईवे के बारे में-

सूचित किया गया है कि ये हाईवे बैंकॉक से शुरू होता हुआ म्यांमार द्वारा भारत से जुड़ेगा और शहरों की बात की जाए तो, यह म्यांमार में कवर करेगा|  Sukhothai, Thailand Mae Sot, Mandalay, Yangon, Kaleva, और Tammu और भारत में कोहिमा, गुवाहटी, कोलकाता और सिलीगुड़ी। इस पूरे हाईवे की दूरी करीबन 2800-2820 किलोमीटर है। रिपोर्ट्स के द्वारा सूचित किया जा रहा है कि इस हाईवे का सबसे लंबा खंड भारत में प्रदर्शित होगा जबकि छोटा वाला खंड थाईलैंड में होगा।

आपको बता दें कि इस परियोजना का अधिकांश कार्य थाईलैंड में पूरा हो चूका है। जहां दूसरी ओर म्यांमार के वाणिज्य मंत्री आंग नाइंग ओ ने पुष्टि कि उनकी तरफ से एक हिस्से को पूरा होने में दो या तीन साल लगेंगे।

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