समझौते के मुख्य बिंदु
इस युद्धविराम समझौते के अनुसार, पहले चरण में हमास के लड़ाके इजराइल के 98 बंधकों में से 33 को रिहा करेंगे, जबकि इजराइल 737 कैदियों को रिहा करेगा। बंधकों और कैदियों के आदान-प्रदान के लिए तीन प्रमुख प्वाइंट्स स्थापित किए गए हैं— केरिम शालोम, एरेज़, और रीम। इन प्वाइंट्स पर डॉक्टर्स और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ उपस्थित होंगे, जो रिहा होने वालों की स्वास्थ्य जांच करेंगे।
समझौते के तहत इजरायली सेना गाजा के घनी आबादी वाले इलाकों से धीरे-धीरे पीछे हटना शुरू करेगी। सेना के इन इलाकों से हटने के बाद ही यहां के निवासी अपने घरों में वापस लौट सकेंगे। हालांकि, इजरायली सैनिक तब तक गाजा से पूरी तरह से हटेंगे नहीं जब तक सभी इजरायली बंधक मुक्त नहीं हो जाते। युद्धविराम के पहले चरण के 16वें दिन से दूसरे चरण के लिए बातचीत शुरू होगी।
इजरायली सेना की तैयारियां
इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने रिहा किए जाने वाले बंधकों को रिसीव करने के लिए गाजा सीमा के पास तीन कैंप तैयार किए हैं। ये कैंप रीम बेस, केरिम शालोम क्रॉसिंग, और एरेज़ क्रॉसिंग पर स्थापित किए गए हैं, जहां बंधकों को डॉक्टरों, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों, और आईडीएफ के अधिकारियों से मिलवाया जाएगा और उन्हें प्राथमिक चिकित्सा दी जाएगी।
समझौते के प्रति प्रतिबद्धता
हमास ने स्पष्ट किया है कि वह संघर्ष विराम के पहले चरण को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है, हालांकि देरी को “तकनीकी और क्षेत्रीय कारणों” के साथ जोड़ा गया है। इस समझौते से दोनों पक्षों के बीच तनाव कम करने की उम्मीद है, लेकिन आगे की बातचीत में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
गाजा में सीजफायर के इस पहले चरण को लेकर दुनिया भर की नजरें बनी हुई हैं, क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में हो सकता है।
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