बीजिंग , चीन और ताइवान के बीच तनाव चरम पर पहुँच गया हैं | चीन ताइवान को अपना ही हिस्सा मानता हैं | जबकि ताइवान खुद को स्वतंत्र राष्ट्र मानता हैं | दुनिया के सिर्फ 15 देश ही ताइवान को एक स्वतंत्र राष्ट्र मानते हैं | अधिकांश देशों ने चीन को मान्यता दी हुई हैं | अमेरिका प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की यात्रा के एक दिन बाद गुरुवार को ताइवान सीमा के पास चीन ने युद्धाभ्यास शुरू किया | चीनी सेना के मानना है की युद्धाभयाश के दौरान लक्ष्यों पर सटीक हमले किए गए | 100 से अधिक लड़ाकू विमानों ने ताइवान के उत्तरी दक्षिण -पश्चिमी और दक्षिण -पूर्वी वायुक्षेत्र में उड़ान भारी |तथा वही ताइवान के रक्षा मंत्रालय का कहना है की चीनी सेना ने देश के उत्तर -पूर्व और दक्षिण -पश्चिम तट के पास 11 ड़ोंगफेंग बैलिस्टीक मिसाइले दाँगी |इनमे से पाँच जापान की सीमा में गिरीं | ताइवान का कहना हैं की अपनी सीमाओ की रक्षा से पीछे नहीं हटेगा |चीन की सरकारी समाचार पत्र शिन्हुआ ने कहा की ताइवान और संबंधित क्षेत्रों पर नजर रखने वाली पीएलए की पूर्वी थीएटर कमान ने लगभग एक बजे यह संयुक्त युद्धाभ्यास शुरू किया जो रविवार तक चलेगा |यह युद्धाभ्यास नाकेबंदी ,समुद्री तथा जमीनी लक्ष्यों पर हमले और वायुक्षेत्र के नियंत्रण पर केंद्रित हैं इसी कारण ताइवान के पूर्वी हिस्सों में निर्धारित स्थानों पर बमबारी भी की गई |वही जापान ने चीन को उसके युद्धाभ्यास को रोक देने की शक्त चेतावनी दी हैं जापान के रक्षा मंत्री योशीमासा हयाशी ने कहा की चीन की कुछ मिसाइले उनके क्षेत्र मै गिराई गई हैं |भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को नोम पैन्ह में आसियान सम्मेलन से इतर अमेरिका विदेश मंत्री सी मुलाकात की तथा इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच चीन -ताइवान के मुद्दे को लेकर भी वार्ता भी हुई विदेश मंत्री ने ट्वीट करके बताया अमेरिका विदेश मंत्री के साथ भारत -अमेरिका संबंधों और वैश्विक स्थिति पर चर्चा की !