नई दिल्ली: भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका इस समय भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। श्रीलंका 1948 में आजादी के बाद अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है। हालेहाल में देश में जारी एग्जाम पेपर की कमी के चलते रद् कर दिये गये। देश में पेपर खरीदने के लिए डॉलर नहीं है। परीक्षा कब तक होगी इसकी भी सूचना नहीं दी गई है।
अधिकारियों के मुताबिक, बाहर से पेपर मंगाने के लिए देश के पास डॉलर नहीं है. शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि सोमवार से स्कूली छात्रों के लिए टर्म परीक्षा होने वाली थी लेकिन देश में पेपर की भारी कमी की वजह से परीक्षा को अनिश्चित काल के लिए टाल दिया गया है।
एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक अधीकारी ने बताया-
पश्चिमी प्रांत के एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक अधीकारी ने जानकारी देते हुए बताया, देश में विदेशी मुद्रा नहीं होने के कारण पेपर और इंक बाहर से नहीं मंगाया जा सका जिसके कारण कोई भी स्कूल प्रिंसपल परीक्षा को आयोजित नहीं कर सकेंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक-
एडडीटीवी की खबर में बताया गया है कि, सरकार के इस कदम से देश के दो तिहाई छात्र प्रभावित होंगे. एक अनुमान के तहत श्रीलंका में 45 लाख स्कूली छात्रों की संख्या हैं। श्रीलंका में टर्म टेस्ट एक तरह से फाइनल परीक्षा है।
जिसमें एसेसमेंट प्रक्रिया से यह तय किया जाता है कि छात्र अगली कक्षा में जा सकते हैं या नहीं. यह साल की आखिरी परीक्षा होती है. श्रीलंका में विदेशी मुद्रा भंडार की इतनी कमी हो गई है कि आवश्यक आयात के लिए भी पैसा नहीं जुटाया जा सकता है।