KNEWS DESK- भीषण गर्मी के चलते बारिश का होना बहुत मामूली बात है अक्सर जब बहुत गर्मी तो बारिश हमें उस गर्मी से निजात दिलाती है लेकिन कई इलाकों में ये बारिश आफत भी बन जाती है। ऐसा ही ये नजारा अब हिमाचल प्रदेश में देखने को मिल रहा है। हिमाचल प्रदेश में फ्लैश फ्लड और लैंडस्लाइड के चलते चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे ब्लॉक हो गया, जिससे सैकड़ों यात्री मंडी में ही फंस गए। लैंडस्लाइड और फ्लैश फ्लड के चलते 70 किलोमीटर लंबा मंडी-पंडोह-कुल्लू मार्ग पूरी तरह प्रभावित हुआ है. वहीं, उत्तराखंड में भी लगातार बारिश की वजह से लैंडस्लाइड हुआ, जिससे कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जबकि गंगा सहित कई नदियों में जलस्तर बढ़ गया है।
बारिश के कारण 300 से ज्यादा सड़कें ब्लॉक
भारी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश में 300 से ज्यादा सड़कें ब्लॉक कर दी गई हैं और वहीं अगर बात करें उत्तराखंड की तो उत्तराखंड में 43 सड़कें बंद कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि अगर मौसम खराब है तो अपनी यात्रा रोक दें और मौसम विभाग के पूर्वानुमान का पालन करें. वहीं, हिमाचल में 140 पावर ट्रांसफॉर्मर बाधित हुए. भारी बारिश के कारण मंडी शहर से लगभग 40 किमी दूर औट के पास पंडोह-कुल्लू मार्ग पर खोतिनल्ला में अचानक बाढ़ आ गई और यात्री रविवार शाम से ही वहां फंसे हुए हैं. मंडी प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि लैंडस्लाइड के चलते ब्लॉक हुआ मंडी-कुल्लू मार्ग वाया कटोला लगभग 20 घंटे बाद खोला गया और छोटे वाहनों को अब इससे भेजा जा रहा है।
इस दिन तक सड़कें रहेंगी बंद
पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भारी बारिश के कारण 301 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं. इनमें से 180 सड़कें सोमवार शाम तक खोला जाना था. वहीं, 15 सड़कों को आज (मंगलवार) को खोला जाएगा और बाकी की बची सड़कों को 30 जून तक खोल दिया जाएगा। सड़कों को साफ करने के लिए 390 जेसीबी, डोजर और टिपर तैनात किए गए हैं. साथ ही, विभाग आज एक नंबर जारी करेगा जिस पर लोग सड़क से संबंधित समस्याओं की रिपोर्ट कर सकेंगे।
इस दिन के लिए जारी किया गया रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं, 28 और 29 जून के लिए मौसम विभाग ने गरज के साथ भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. रविवार को सोलन और हमीरपुर जिलों में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई और शिमला, मंडी और कुल्लू में भारी बारिश से दो लोगों की मौत हो गई. साथ ही, फसलें, घर और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, हमीरपुर और शिमला जिलों में एक-एक व्यक्ति बाढ़ के पानी में डूब गया. साथ ही, बारिश से 11 घरों और कई वाहनों के साथ-साथ चार गौशालाओं को भी नुकसान पहुंचा है।