माइक्रोप्लास्टिक से इंसान और पृथ्वी दोनों के लिए बढ़ रहे हैं खतरे, सिगरेट से लेकर कॉस्मेटिक तक में है ये मौजूद

KNEWS DESK–  हर कोई जानता है कि प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए कितनी खतरनाक है लेकिन क्या आप माइक्रो प्लास्टिक के बारे में जानते हैं?  माइक्रो प्लास्टिक आपको जानकर हैरानी होगी कि कपड़े, सिगरेट, कॉस्मेटिक्स आदि में माइक्रो प्लास्टिक पाया जाता है, जो हम सब की और पृथ्वी दोनों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं| यूनाइटेड नेशन्स इंवायरमेंट प्रोग्राम (UNEP) की एक रिपोर्ट के अनुसार इन चीजों के लगातार इस्तेमाल से पृथ्वी पर प्लास्टिक का ढेर बढ़ता जा रहा है क्योंकि इन सब चीजों में माइक्रो प्लास्टिक पाया जाता है|

 

माइक्रोप्लास्टिक की इस तरह बन रही है श्रृंखला

प्लास्टिक के छोटे पार्टिकल्स यानी माइक्रोप्लास्टिक को फैक्ट्रियों द्वारा समुंद्र में बहा दिया जाता है। फिर मछलियां या समुद्री जीव इसे निगल लेते हैं. इससे समुंद्री जीवों को कम भूख लगती ह| इससे उनके व्यवहार और DNA में भी बदलाव दिखाई देने लगता है| कई जीवों  को सांस लेने में दिक्कत आती है| उसके बाद अगर कोई इंसान सी-फूड खाता है तो ये माइक्रो प्लास्टिक उसके शरीर में भी चली जाती है, इससे शरीर में कई खतरनाक बीमारियाँ बढ़ने लगतीं हैं ।
UNEP की मरीन एंड फ्रेशवॉटर ब्रांच की हेड लेटिसिया कार्वाल्हो के अनुसार, माइक्रोप्लास्टिक की वजह से समुद्री जीवों के साथ इंसानों को खतरा अभी शुरू ही हुआ है. इसे बढ़ने से रोका जा सकता है।

 

डेली यूज की जाने वाली वस्तुओं में माइक्रोप्लास्टिक

1. समुद्र के किनारे सिगरेट से बना माइक्रो प्लास्टिक के कचरा बहुत पाया जाता है. कई लोग इस बात से अनजान हैं लेकिन सिगरेट के फिल्टर में प्लास्टिक होता है, जिसे सेल्युलोज एसीटेट फाइबर भी कहते हैं. आंकड़े बताते हैं कि हर साल 100 करोड़ लोग 6 लाख करोड़ सिगरेट पीते हैं. यह लोग जमकर अपनी जान के साथ साथ अन्य लोगों की जान को भी खतरे में डाल रहे हैं|

2. कपड़ों से भी माइक्रो प्लास्टिक निकलता है. यह पॉलिस्टर, नायलॉन, एक्रिलिक के कपड़ों में पाया जाता है. कपड़ों के मामले में माइक्रोप्लास्टिक को माइक्रोफाइबर भी कहते हैं|  पॉलिस्टर, नायलॉन, एक्रिलिक के कपड़ों को  धोने पर ये माइक्रो प्लास्टिक निकलकर समुद्र में जा मिलता है|

3.  हम लोग  जिस साबुन, टूथपेस्ट, डियोड्रेंट आदि को इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे टेक्सचर देने के लिए माइक्रोप्लास्टिक की मिलावट की जाती है. इन्हें प्रोडक्ट में मिलाने के लिए खास माइक्रोप्लास्टिक तैयार किया जाता है. इन प्रोडक्ट के इस्तेमाल से माइक्रो प्लास्टिक सीधे हमारी स्किन में चला जाता है. लिपस्टिक और लिपबाम में भी माइक्रोप्लास्टिक पाया गया है, जो सीधे आपके पेट में जाता है. स्किन के ऊपर इस्तेमाल किए गए प्रोडक्ट में पाया जाने वाला माइक्रो प्लास्टिक स्किन के ऊपर रहता है, जो नहाने पर समुंद्र में चला जाता है|

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