KNEWS DESK – जैसे ही नवंबर के बाद दिसंबर का महीना शुरू होता है, सर्दी बढ़ने लगती है, और इस मौसम में हेल्थ प्रॉब्लम्स जैसे जुकाम, खांसी और गले में खराश आम हो जाती हैं। सर्दियों में ठंड के कारण गले में खराश, खांसी और जुकाम जैसी समस्याएं लोगों को परेशान करती हैं। कभी-कभी जुकाम ठीक हो जाने के बाद भी गले में लंबे समय तक खराश बनी रहती है और कफ जमने की वजह से सीने में दर्द और खांसी की समस्या बनी रहती है। ऐसे में दवाइयों के साथ-साथ कुछ प्राकृतिक उपाय भी मददगार साबित हो सकते हैं, जो इन समस्याओं से राहत दिलाने में प्रभावी होते हैं।
गले की खराश और जुकाम से राहत पाने के लिए कुछ प्रभावी प्राकृतिक उपाय:
1. तुलसी का काढ़ा तुलसी का पौधा घरों में आसानी से मिल जाता है और इसके औषधीय गुण गले की समस्याओं को दूर करने में मददगार होते हैं। गले की खराश और जुकाम में तुलसी का काढ़ा पीने से राहत मिलती है। गुनगुना तुलसी का काढ़ा सिप-सिप करके पीने से गले की सूजन और दर्द में आराम मिलता है। यह कफ को भी साफ करने में मदद करता है और शरीर को गर्मी प्रदान करता है।
2. अदरक या सोंठ अदरक सर्दियों में अधिकतर घरों में होता है, और यह गले की खराश को दूर करने में बेहद प्रभावी है। अदरक का एक छोटा टुकड़ा दांतों के नीचे दबा कर रखें, जिससे हल्के-हल्के रस गले में पहुंचेगा और आपको राहत मिलेगी। सौंठ (सूखी अदरक) का भी उपयोग किया जा सकता है। सौंठ के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर चाटने से गले में आराम मिलता है। अदरक का रस शहद के साथ मिलाकर भी पी सकते हैं, जिससे गले की सूजन कम होती है और खांसी में भी आराम मिलता है।
3. मुलेठी आयुर्वेद में मुलेठी को गले की खराश और खांसी के लिए एक कारगर जड़ी-बूटी माना गया है। मुलेठी को चबाकर या गन्ने की तरह चूसकर सेवन किया जा सकता है। आप इसका महीन पाउडर शहद के साथ भी ले सकते हैं। यह गले की सूजन को कम करता है और खांसी से राहत दिलाता है।
4. हल्दी हल्दी एक प्राचीन और प्रभावी घरेलू उपचार है, जो गले की खराश और सूजन को कम करने में मदद करता है। हल्दी को पानी में डालकर उबालें और फिर उसमें थोड़ा नमक मिलाकर दिन में दो से तीन बार गरारे करें। इससे गले का दर्द और खराश कम हो जाएगा। हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी गले को आराम देते हैं और शरीर में गर्मी बनाए रखते हैं।
5. काली मिर्च काली मिर्च गले की खराश, जुकाम और कफ को दूर करने के लिए एक असरदार उपाय है। इसे पीसकर देसी घी के साथ या फिर शहद के साथ खा सकते हैं। इसके अलावा, काली मिर्च को चाय में डालकर पीने से भी राहत मिलती है। काली मिर्च के एंटी-बैक्टीरियल गुण गले की सूजन को कम करते हैं और संक्रमण से बचाते हैं।
सर्दी के मौसम में गले की खराश, खांसी और जुकाम जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं, लेकिन इनका इलाज केवल दवाइयों से ही नहीं किया जा सकता। प्राकृतिक उपायों का सेवन करके आप इन समस्याओं से निजात पा सकते हैं। तुलसी, अदरक, मुलेठी, हल्दी और काली मिर्च जैसे घरेलू उपाय न सिर्फ गले की खराश को दूर करते हैं, बल्कि शरीर को भी गर्माहट और राहत देते हैं।