KNEWS DESK- आज कल लोग काफी ज्यादा चीज का सेवन करने लगे हैं| बच्चे तो इसे बेहद शौक से खाते हैं, जिससे परिजन हमेशा परेशान रहते हैं कि इससे सेहत पर असर पड़ सकता है| बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो लगातार सोचते हैं कि चीज से सेहत खराब हो जाएगी लेकिन वो उसे खाना भी नहीं छोड़ पाते| ऐसे में आज हम आपको बताते हैं, चीज कोई नुकसानदायक नहीं बल्कि बहुत फायदेमंद व्यंजन है| वो इसलिए क्योंकि चीज से डिमेंशिया के खतरे को रोका जा सकता है, जबकि इसका कोई इलाज नहीं है लेकिन वैज्ञानिकों ने डिमेंशिया को कम करने के लिए चीज का ही सेवन बताया है|
डिमेंशिया संज्ञानात्मक क्षमता के कम होने की स्थिति है जिसमें व्यक्ति के सोचने, समझने और याद रखने की क्षमता कम हो जाती है| शोधकर्ताओं के अनुसार, 65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लगभग 1,600 वयस्कों के डेटा का विश्लेषण किया गया, जिसमें पाया कि जिन व्यक्तियों ने ज्यादा चीज खाया, उनमें कम चीज खाने वालों की तुलना में डिमेंशिया का जोखिम 44% कम था| इसके अलावा, चीज खाने वालों को पार्किंसंस और स्ट्रोक जैसी अन्य मस्तिष्क बीमारियों का खतरा कम था|
क्या है डिमेंशिया
डिमेंशिया एक सामान्य शब्द है| जो किसी व्यक्ति की सोचने, याद रखने और रोजमर्रा की गतिविधियों को करने की क्षमता को कम करता है| यह कोई विशिष्ट बीमारी नहीं है, बल्कि विभिन्न अंतर्निहित स्थितियों के कारण होने वाला एक सिंड्रोम है, जो बढ़ते उम्र के साथ व्यक्ति के अन्दर प्रवेश करता है|
डिमेंशिया होने के लक्षण
डिमेंशिया से ग्रस्त लोगों के लिए अक्सर हाल की हुईं घटनाओं, परिचित लोगों के नाम याद रखना मुश्किल होता है| उन्हें हर चीज बार बार याद दिलानी पड़ती है|
उन्हें सही शब्द खोजने में परेशानी होती है, बातचीत को समझना उनके लिए कठिन हो जाता है| उन्हे बात चीत के दौरान भी समस्या हो सकती है|
डिमेंशिया से ग्रस्त लोगों के लिए निर्णय लेना एक चुनौती बन जाती है, वे कई बार ऐसी बाते भी कर देते हैं जिसका कोई तर्क न हो|
इन लोगों को मौसमों और समय बीतने का ध्यान रखने में परेशानी होती है| कभी-कभी वे ये ही भूल जाते हैं कि वे कहां हैं और वहां कैसे पहुंचे|
डिमेंशिया से ग्रस्त लोगों को थोड़ा बहुत देखने में परेशानी होने लगती है| उन्हें पढ़ने में परेशानी हो सकती है| वे दूर की चीजें भी मुश्किल से देख पाते हैं, जिससे ड्राइविंग में समस्या आती है|