Heart Attack: जानें हार्ट अटैक के लक्षण, कारण, इलाज और जल्द रिकवरी
हार्ट अटैक आज के समय में बहुत ही आम हो गया है। समय के साथ इस बीमारी ने कम उम्र को भी नहीं छोड़ा पर पर इसका इलाज है जिससे बहुत जलधी रिकवर किया जा सकता है। जब दिल की मांसपेशियों को उचित मात्रा में खून नहीं मिल पाता है तो हार्ट अटैक की समस्या होती है। दिल की मांसपेशियों तक खून की सप्लाई को फिर से बहाल करने में जितना अधिक समय लगेगा, दिल की मांसपेशियों को उतना ही ज्यादा नुकसान पहुंचेगा और मरीज के लिए खतरा भी उतना ही ज्यादा हो जाता है।
हार्ट अटैक किस कारण होता है
- धूम्रपान
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- मोटापा
- व्यायाम न करना
- बहुत अधिक तनाव (stress)
- डायबिटीज और प्रीडायबिटीज
- ट्रांसफैट या सैचुरेटिड फैट डाइट लेना
- शराब का बहुत अधिक सेवन
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हार्ट अटैक का इलाज क्या है?
स्टेंट – एंजियोप्लास्टी के दौरान डॉक्टर मरीज की धमनी में तार से बनी जाली के स्टेंट को लगा देते हैं, ताकि धमनी खुली रहे और रक्त प्रवाह सामान्य रूप से होता रहे। जिसको स्टेंट कहा जाता है।हार्ट बाईपास सर्जरी – जब ब्लॉकेज को हटाया न जा सके तो डॉक्टर रक्त प्रवाह को जारी रखने के लिए बाईपास सर्जरी कर देते है।
- हार्ट वाल्व सर्जरी – वाल्व रिपेयर या रिप्लेसमेंट सर्जरी में सर्जन वाल्व को रिपेयर या रिप्लेस कर देते हैं, ताकि दिल ठीक तरह से खून को पूरे शरीर में पंप कर सके।
- पेसमेकर – पेसमेकर एक ऐसा यंत्र है, जिसे त्वचा के नीचे लगाया जाता है जिसकरण यह दिल की धड़कनों को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है।
- हार्ट ट्रांस्प्लांट – जब दिल का दौरा पड़ने की वजह से हृदय का काफी हिस्से को नुकसान पहुंचता है या ज्यादातर उत्तक मर जाते हैं तो डॉक्टर हार्ट ट्रांस्प्लांट कर देते है।
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हार्ट अटैक के बाद रिकवरी के लिए क्या करना चाहिए?
फिजिकल एक्टिविटी – हार्ट अटैक के बाद फिजिकली एक्टिव होना बहुत जरूरी होता है ताकि अपने स्वस्थ को अच्छा रखने और किसी तरह की समस्या से बचने के लिए नियमित तौर व्यायाम करते रहना चाहिए । कुछ समय के लिए भारी कार्य और यात्रा कम करनी चाहिए।
- लाइफस्टाइल में बदलाव – स्वस्थ भोजन करना, नियमित तौर पर व्यायाम करना, धूम्रपान से दूरी बनाना और तनाव को नियंत्रित करने के साथ ही डॉक्टर द्वारा बताई कई दवाओं का समय पर सेवन करके स्वयं को भविष्य की समस्याओं से बचा सकते हैं।