इस अस्पताल में होती है सिर्फ एक रूपए में डायलिसिस

KASGANJ (PRASHANT SONI)-

जनपद के जिला अस्पताल में संचालित डायलीसिस सेंटर अब यूपी के अन्य जनपदों से आने वाले डायलीसिस मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है, क्योंकि कासगंज जिले के इस डायलीसिस सेंटर पर कासगंज के अलावा यूपी के अन्य जनपदों से भी मरीज डायलीसिस कराने आ रहे है, क्योंकि कासगंज जिले से सटे अन्य जिलों में मरीजों को डायलीसिस की सुविधा नही मिल पा रही है, जिससे लोगों को अपनी डायलीसिस कराने के लिए कासगंज जिला अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है।

आपको बता दे  कि रविवार को डायलीसिस सेंटर पर तैनात डॉक्टर विशाल माहेश्वरी ने Knews India की टीम को जानकारी देकर बताया की कासगंज जिले में वर्ष 2022 में मरीजों की सुविधा के लिए डायलीसिस सेंटर शुरु किया गया था और एक रुपये का पर्चा बनवाकर यहा मरीजों की डायलीसिस की जाती है। जिसका लाभ सीधे कासगंज जिले के मरीजों और आसपास के जिले के मरीजों को भी मिल रहा है और 70 मरीजो का सेंटर पर रजिस्ट्रेशन है और रोजाना 30 मरीजों की सेंटर पर डायलीसिस की जाती है। और एक मरीज की डायलीसिस में 4 घंटे का समय लगता है। और कासगंज में डायलीसिस कराने के लिए कासगंज जिले के अलाबा एटा, बदायू, फरूर्खाबाद, कानपुर से भी मरीज आते है। क्योंकि अन्य जनपदों में डायलीसिस के मरीजों की संख्या जादा है। और सुविधा कई मरीजों को नही मिल पाती है, जिससे वो उम्मीद लगाकर कासगंज आते है उनको निराश ना करके उनकी डायलीसिस की जाती है और बाहरी जनपदों से तीस मरीज आते है जिनकी डायलीसिस की जाती है।

वहीं डॉक्टर विशाल माहेश्वरी ने मरीजो से यह अपील की है अगर किसी मरीज को किसी जिले में डायलीसिस कराने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो वह कासगंज में अपनी डायलीसिस करा सकता है, क्योंकि जिंदगी से बड़ा कुछ नही हैं।

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