MANOJ SURYAVANS- फरीदाबाद के बल्लभगढ़ शहर के विष्णु कॉलोनी में दिनदहाड़े एक महिला डॉक्टर की निर्मम हत्या कर दी गई। 34 वर्षीय डॉ. प्रियंका की उनके क्लिनिक के ऊपर स्थित कमरे में चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि हत्या के बाद शव करीब 10 घंटे तक कमरे में पड़ा रहा, लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। जब रात को परिवार के लोग क्लिनिक पहुंचे, तो कमरे में खून से लथपथ शव देखकर उनके होश उड़ गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पति और देवर पर हत्या का आरोप
मृतका की छोटी बहन पूजा ने इस हत्या के लिए प्रियंका के पति भगत सिंह और अपने पति लख्मीचंद को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया कि प्रियंका का पति उसे लगातार धमकियां दे रहा था और कहता था, “एक हत्या करूं या दो, सजा तो उतनी ही मिलेगी।”
परिवार का आरोप है कि प्रियंका की हत्या पूरी योजना के तहत की गई। हत्या से एक दिन पहले ही प्रियंका की सास और देवर क्लिनिक पर आए थे और दोनों बच्चों—14 वर्षीय नकुल और 10 वर्षीय एकता—को जबरदस्ती अपने साथ ले गए थे और प्रियंका के साथ मारपीट भी की गई। जिसकी शिकायत थाने में की गई थी लेकिन उनकी तरफ से कोई संतुष्टि भरा कार्य नहीं किया गया।
पुलिस पर लापरवाही के गंभीर आरोप
मृतका की बहन पूजा ने बताया कि प्रियंका को कई दिनों से धमकियां मिल रही थीं, जिसकी शिकायत आदर्श नगर थाने में पहले ही दर्ज कराई गई थी। लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
परिजनों ने बताया कि उन्होंने प्रियंका से सुबह 11 बजे फोन पर बात की थी। इसके बाद बार-बार कॉल करने पर भी फोन बंद मिला। परेशान होकर जब वे बल्लभगढ़ पहुंचे, तो पहले सेक्टर-12 कोर्ट अपने जानकार के पास गए और फिर पुलिस को सूचना दी। डायल 112 की टीम क्लिनिक पर पहुंची, लेकिन ऊपर जाकर देखने की जरूरत नहीं समझी और यह कहकर चले गए कि प्रियंका वहां नहीं हैं।जब रात 9 बजे परिजन खुद क्लिनिक पहुंचे और ऊपर जाकर देखा, तो प्रियंका का शव बेड के किनारे पड़ा मिला। पूरे कमरे में खून बिखरा हुआ था। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद जांच शुरू हुई।

चार साल से अलग रह रही थीं प्रियंका
प्रियंका की शादी 2010 में हुई थी, लेकिन पारिवारिक विवाद के चलते वह पिछले चार साल से बल्लभगढ़ में किराए के मकान में रहकर अपना क्लिनिक चला रही थीं। उनके पति भगत सिंह सेक्टर-16 में डायल 112 की गाड़ी पर ड्राइवर हैं, जबकि लख्मीचंद ट्रक चालक हैं।
पुलिस जांच में जुटी, आरोपियों की तलाश जारी
आदर्श नगर थाने के SHO हरिकिशन ने बताया कि हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी। फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। SHO हरिकिशन ने कहा, “हत्या किस समय हुई, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। फिलहाल परिजनों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और आरोपियों की तलाश जारी है।”
हत्या के पीछे घरेलू कलह या कोई और साजिश?
पुलिस की शुरुआती जांच में मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा लग रहा है। लेकिन क्या यह हत्या केवल घरेलू कलह का नतीजा है, या इसके पीछे कोई और बड़ी साजिश है? यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। फिलहाल पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तारी कर लिया जाएगा।
इलाके में सनसनी, लोग डरे-सहमे
इस वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्लिनिक के आसपास दुकानें हैं, लेकिन किसी को हत्या की भनक तक नहीं लगी।