नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई के जन्मदिन पर क्यों मनाया जाता हैं ‘विश्व मलाला दिवस’?

KNEWS DESK-   12 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय मलाला दिवस मनाया जाता है क्योंकि 12 जुलाई को पाकिस्तान की नोबेल पुरस्कार विजेता और समाजसेविका मलाला यूसुफजई का जन्मदिन होता है| मलाला एक ऐसी महिला हैं जिन्होंने बचपन में जुर्म के खिलाफ आवाज उठाई थी मलाला का जीवन मानवता के प्रति सम्मान में खड़ा हुआ पाया गया जो युवा पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन बनेगा। इस दिन को संयुक्त राष्ट्र ने विश्व मलाला दिवस घोषित कर दिया है। दुनियाभर में मलाला दिवस को महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के सम्मान में सेलिब्रेट किया जाता है।

मलाला दिवस का इतिहास 

मलाला का जन्म 12 जुलाई 1997 में पाकिस्तान की स्वात घाटी में हुआ था। वो जहां रहती थीं, वहां साल 2007 में तालिबानियों ने लड़कियों की पढ़ाई पर पाबंदी लगा दी। मलाला का मन पढ़ने-लिखने में बहुत लगता था, लिहाजा इसके विरोध में मलाला ने महज 11 साल की उम्र से ही लड़कियों की शिक्षा के लिए अभियान की शुरुवात की जिसकी वजह से साल 2012 में तालिबान ने मलाला के सिर में गोली मार दी थी। मलाला ने इस घटना के बारे में बताया था, “अक्टूबर 2012 में पाकिस्तानी तालिबान का एक सदस्य मेरी स्कूल बस में चढ़ा और मुझे गोली मार दी। गोली लगने से मेरी बाईं आंख, खोपड़ी और दिमाग बुरी तरह प्रभावित हुआ। मेरे चेहरे की नसें, मेरे कान का परदा और मेरा जबड़ा तोड़ दिया गया था। पता नहीं मैं कैसे जिंदा बच गई।

“मलाला ने 2013 को सयुंक्त राष्ट्र महासभा के विशेष सत्र को संबोधित किया था। जिसमें उन्होंने महिलाएं और लड़कियों के लिए आवाज उठाई थी और नेताओं को अपनी नीतिओं में बदलाव लेन को कहा था|इस स्पीच के लिए उनको स्टैंडिंग ओबेसन मिला था।

मलाला को मिला सम्मान 

यूएन में भाषण देने के बाद टाइम मैगजीन ने मलाला को दुनिया के सबसे प्रभावशाली व्‍यक्तित्‍व के तौर पर लिस्‍ट में शामिल किया. भाषण के ठीक एक साल बाद यानी साल 2014 में उन्‍हें नोबेल शांति पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया गया। जब उन्‍हें ये पुरस्‍कार दिया गया, तब मलाला की उम्र मात्र 17 साल थी। नोबेल शांति पुरस्कार पाने वाली वे अब तक की सबसे कम उम्र की शख्‍स हैं। इसके बाद  मलाला और उनके पिता ने ‘मलाला फंड’ की स्थापना की है, जो युवा लड़कियों को स्कूल जाने में मदद करता है|

इसके साथ ही मलाला यूसुफजई को पाकिस्तान सरकार ने 2012 में राष्ट्रीय युवा शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। दिसंबर 2014 में, मलाला को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मलाला ने सबसे कम उम्र में नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त किया था। साल 2017 में मलाला को संयुक्त राष्ट्र शांति दूत के रूप में नामित किया गया था। मलाला को उनके कार्य और साहस के लिए 40 से अधिक पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हो चुके हैं।

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