KNEWS DESK- आज शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन है| आज मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा, अर्चना की जाती है| माना जाता है कि मां चंद्रघंटा की पूजा और भक्ति करने से आध्यात्मिक शक्ति मिलती है| चलिए आपको बताते हैं, मां चंद्रघंटा से जुड़ी कथा, पूजा विधि और महत्व के बारे में…
नवरात्रि के तीसरे दिन जो भी इंसान माता के तीसरे रूप मां चंद्रघंटा की पूजा अर्चना करता है, उसे माता की कृपा प्राप्त होती है| इस दिन सुबह स्नान करें और साफ कपड़े पहनें| फिर मां चंद्रघंटा का ध्यान और स्मरण करें| माता चंद्रघंटा की मूर्ति को लाल या पीले कपड़े पर रखें| मां को कुमकुम और अक्षत लगाएं| विधिपूर्वक पूजा करें| मां चंद्रघंटा को पीला रंग अत्यंत प्रिय होता है| उन्हें पीले फूल अर्पित करें| मां चंद्रघंटा देवी को मिठाई और दूध से बनी खीर बहुत पसंद है| इसलिए आप उन्हें खीर का भोग लगाएं|
इन शुभ मुहूर्त में करें पूजा
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 04.27 से सुबह 05.00 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11.29 से दोपहर 12.00 बजे तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 01.47 से दोपहर 02.33 बजे तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 05.37 से शाम 06.02 बजे तक
इन मन्त्रों का करें जाप
पिण्डजप्रवरारूढ़ा ण्डकोपास्त्रकेर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता॥
या देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमो नम:।।