KNEWS DESK – कजरी तीज (Kajari Teej) का पर्व हर साल रक्षा बंधन के तीन दिन बाद भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित है और इसे बड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है। कजरी तीज का व्रत कुंवारी लड़कियों और सुहागिन महिलाओं द्वारा बड़े श्रद्धा भाव से किया जाता है। इस दिन विशेष रूप से व्रत कथा का पाठ करने से अखंड सौभाग्य और मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त करने की मान्यता है।
कजरी तीज 2024: डेट और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि की शुरुआत 21 अगस्त को शाम 05 बजकर 06 मिनट पर होगी और इसका समापन 22 अगस्त को दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर होगा। इस प्रकार, कजरी तीज का व्रत 22 अगस्त 2024 को किया जाएगा।
कजरी तीज व्रत कथा
कजरी तीज की व्रत कथा का महत्व बहुत ही खास है। पौराणिक कथा के अनुसार, एक गांव में एक ब्राह्मण परिवार निवास करता था। ब्राह्मण की पत्नी ने भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि पर कजरी तीज का व्रत किया। व्रत के दौरान, उसने अपने पति से सत्तू लाने के लिए कहा। ब्राह्मण के पास सत्तू खरीदने के लिए धन नहीं था, इसलिए उसने चोरी करने का निर्णय लिया।
रात के समय, ब्राह्मण ने एक दुकान में सत्तू लेने के लिए घुसने की कोशिश की, लेकिन दुकान के मालिक की नींद खुल गई और उसने ब्राह्मण को पकड़ लिया। ब्राह्मण की पत्नी सत्तू का इंतजार कर रही थी और चांद भी निकल आया था। जब दुकान के मालिक ने ब्राह्मण की तलाशी ली, तो उसके पास सत्तू मिला। ब्राह्मण ने अपनी मजबूरी की कहानी बताई और दुकान के मालिक को उसकी स्थिति पर तरस आया।
दुकान के मालिक ने ब्राह्मण को यह कहकर सहायता की कि वह उसकी पत्नी को अपनी बहन के रूप में मानेगा। इसके साथ ही, उसने ब्राह्मण को मेहंदी, सत्तू, गहने और धन देकर विदा किया। इसके बाद, ब्राह्मण ने विधिपूर्वक कजरी तीज की पूजा की और इस व्रत का पुण्य प्राप्त किया।
कजरी तीज के दिन विशेष पूजा और उपाय
कजरी तीज के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा के साथ-साथ कजरी तीज की व्रत कथा का पाठ करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह माना जाता है कि कथा का पाठ करने से न केवल जीवन में सौभाग्य की प्राप्ति होती है, बल्कि इच्छित वर प्राप्त करने के लिए भी यह व्रत कारगर साबित होता है।
कजरी तीज के दिन उपवास रखें, पूजा के दौरान साफ वस्त्र पहनें, और भगवान शिव व मां पार्वती की विधिपूर्वक पूजा करें। कजरी तीज के इस पर्व को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाकर आप अपने जीवन में सुख-समृद्धि और मनचाहा जीवनसाथी प्राप्त कर सकते हैं।