KNEWS DESK – गणेश चतुर्थी, जो भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हर साल मनाई जाती है। गणेश चतुर्थी का व्रत इस बार 6 और 7 सितंबर को दो दिनों के लिए रखा जा सकता है। इससे भक्तों के बीच यह उलझन उत्पन्न हो गई है कि किस दिन गणेश चतुर्थी का व्रत रखना सही रहेगा। आइए, जानते हैं इस साल गणेश चतुर्थी व्रत का सही दिन और पूजा का शुभ मुहूर्त।
गणेश चतुर्थी का व्रत रखने का सही दिन
पंचांग के अनुसार, गणेश चतुर्थी की तिथि 6 सितंबर, शुक्रवार की दोपहर 12 बजकर 9 मिनट से शुरू होगी और 7 सितंबर, शनिवार को दोपहर 2 बजकर 6 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, गणेश चतुर्थी का व्रत 7 सितंबर के दिन ही रखना शुभ रहेगा। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-आराधना करने से विशेष लाभ होगा और व्रत की पूर्णता के साथ भक्तों को भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होगी।
पूजा का शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी की पूजा के लिए इस साल 7 सितंबर, शनिवार को सुबह 11 बजकर 3 मिनट से दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक का शुभ मुहूर्त रहेगा। इस अवधि में पूजा करने पर भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होती है और पूजा की विधियां अधिक फलदायी होती हैं।
गणेश चतुर्थी पर शुभ योग
गणेश चतुर्थी पर इस साल कुछ विशेष शुभ योग भी बन रहे हैं, जो पूजा को और अधिक प्रभावशाली बनाते हैं। इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग, ब्रह्म योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है। ये सभी योग बेहद शुभ होते हैं और इनका पूजन फलदायी माना जाता है।
पूजा विधि:
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा को घर लाया जाता है और लकड़ी की चौकी पर स्थापित किया जाता है। फिर विधिपूर्वक पूजा की जाती है, जिसमें गणपति बप्पा के माथे पर तिलक लगाया जाता है, उन्हें पंचामृत से स्नान कराया जाता है और पूजा सामग्री जैसे अक्षत, जनेउ, चंदन, धूप, दीप, पुष्प, फल और दूर्वा चढ़ाए जाते हैं। पूजा के बाद आरती की जाती है और भगवान गणेश को ‘अगले बरस जल्दी आना रे’ कहकर विदा किया जाता है।
गणेश चतुर्थी का यह पर्व भक्तों के लिए खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक है। सही समय पर पूजा करके आप गणपति बप्पा की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।