Dev Diwali 2024: देव दीपावली पर दीपदान करने का क्या है खास महत्‍व, जानें इसकी धार्मिक मान्यता और दीपक जलाने के 5 खास स्थान

KNEWS DESK, देव दीपावली, जो कि कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है, इस वर्ष 15 नवंबर को मनाई जाएगी। यह पर्व विशेष रूप से भगवान शिव की नगरी काशी में मनाया जाता है, लेकिन अब यह पूरे देश में पवित्र नदियों के तटों पर धूमधाम से मनाया जाता है। देव दीपावली का महत्व न केवल धार्मिक है, बल्कि यह तिथि विशेष रूप से शुभ मानी जाती है, जब भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध कर देवताओं को उसके आतंक से मुक्त किया था।

देव दीपावली का ऐतिहासिक मान्यता

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था, जिससे देवताओं को मुक्ति मिली। इस खुशी में देवताओं ने बैकुंठ लोक में दीप जलाकर पर्व मनाया था। तभी से इस दिन दीप जलाने की परंपरा शुरू हुई। देव दीपावली दीपावली के ठीक 15 दिन बाद मनाई जाती है, और इस दिन विशेष रूप से दीपदान का महत्व है।

Dev Diwali 2022: कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही क्यों मनाते हैं देव दीपावली?  राक्षस से जुड़ी है पौराणिक कथा

देव दीपावली पर दीपक जलाने के 5 खास स्थान

देव दीपावली के दिन दीपदान का विशेष महत्व है और इस दिन कुछ खास स्थानों पर दीपक जलाना विशेष फलदायक माना जाता है। आइए जानते हैं कि किस-किस स्थान पर दीपक जलाने से आपको महापुण्य प्राप्त होता है:

  1. घर के मंदिर में दीपक जलाएं
    सबसे पहले, अपने घर के मंदिर में दीपक जलाएं। यह घर में शांति, समृद्धि और सुख-शांति का प्रतीक माना जाता है। दीपक की लौ घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।
  2. भगवान शिव और भगवान विष्णु के मंदिर में दीपक जलाएं
    देव दीपावली के दिन भगवान शिव और भगवान विष्णु के मंदिर में दीपक जलाना विशेष फलदायक माना जाता है। इससे भगवान की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में समृद्धि का वास होता है।
  3. नदी किनारे दीपक जलाना
    यदि संभव हो, तो नदी या तालाब के किनारे दीपक जलाएं। इससे पुण्य की प्राप्ति होती है और घर में सुख-शांति का वास होता है।
  4. गुरु या विद्वान के घर में दीपक जलाएं
    देव दीपावली के दिन अपने गुरु या किसी विद्वान ब्राह्मण के घर दीपक जलाना भी बेहद लाभकारी है। यह आशीर्वाद प्राप्त करने का एक प्रभावी तरीका है।
  5. पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं
    पीपल का पेड़ धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। देव दीपावली के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन होते हैं।

धनत्रयोदशी से प्रारंभ हो जाता है दिवाली का महापर्व - News Express 24

घर में दीपक जलाने के उपाय

देव दीपावली के दिन घर में दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मकता का वास होता है। कुछ विशेष स्थान हैं जहां दीपक जलाने से शुभ फल प्राप्त होते हैं:

  • प्रदोष काल में तुलसी के पेड़ पर दीपक जलाएं
    शाम के समय प्रदोष काल में तुलसी के पेड़ पर दीपक जलाने से घर में लक्ष्मी का वास होता है और स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
  • मुख्य द्वार पर दीपक रखें
    घर के मुख्य द्वार पर दोनों ओर दीपक जलाएं, ताकि घर में समृद्धि और सुख-शांति का वास हो।
  • रसोई में जल के पास दीपक रखें
    यदि नदी किनारे दीपक जलाने के लिए नहीं जा सकते, तो घर की रसोई में जल के स्रोत के पास दीपक जलाएं।
  • ईशान कोण में घी का दीपक जलाएं
    घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में घी का दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
  • दक्षिण दिशा में चौमुखी तेल का दीपक जलाएं
    दक्षिण दिशा में चौमुखी तेल का दीपक जलाने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है और जीवन में लंबे समय तक खुशहाली रहती है।

देव दीपावली पर दीपदान के लाभ

देव दीपावली के दिन दीपदान करने से विभिन्न प्रकार के लाभ होते हैं| पद्म पुराण में महादेव ने स्वयं अपने पुत्र कार्तिकेय को दीपदान के महत्व के बारे में बताया था, जो आज भी हमारे जीवन में प्रभावी है।

  • भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
  • अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
  • घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव समाप्त होता है।
  • आपकी जीवनशैली में सुख-शांति का वास होता है।

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published.