देहरादून। पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद से ही उत्तराखंड लोक सेवा आयोग लगातार ही सवालों के घोरे में है। और उसके बाद से ही एई और जेई भर्ती पर सवाल खड़े हो रहे थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद एसआईटी जांच के बाद एई व जेई भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले में नौ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
तो अब वही आयोग के द्वारा आयोजित किया गया एई और जेई भर्ती परीक्षा भी रद्द हो सकती है। हालांकि आयोग ने इस संदर्भ में कोई फैसला लिया नहीं है।
लोक सेवा आयोग ने पिछले वर्ष अप्रैल- मई 2022 में एई और जेई के पदो के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन कराया था। वैसे तो आयोग की परीक्षा में प्रारंभिक परीक्षा के बाद मुख्य परीक्षा कराई जाती है। लेकिन इसके विपरीत जेई और एई परीक्षाओ मे प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन न कराकर सीधा मुख्य परीक्षा का आयोजन ही कराया गया था। जिसके बाद आयोग ने परीक्षा परिणाम भी जारी किया।
पटवारी लेखपाल भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने के बाद से ये परीक्षाएं भी सवालो के घेरे में थी। पटवारी लेखपाल परीक्षा में आयोग का मुख्य अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ही प्रश्न पत्र लीक करने में मुख्य भूमिका में रहा। जिसके बाद आयोग ने एसएसपी हरिद्वार को मामले की जांच सौपी। एसआईटी की जांच के बाद नौ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा: सीएम
सीएम धामी ने कहा है कि गड़बड़ी करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। सरकार जल्द ही देश का सबसे बड़ा नकल विरोधी कानून राज्य के अन्दर लाने जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा की सरकार पूरे सिस्टम को सुधारने के लिए कृतसंकल्प है। जेई और एई परिक्षओ में जांच के आदेश देते हुए धामी ने कहां की गड़बड़ी करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
सरकार ऐसी व्यवस्था बनाने जा रही कि सभी भर्ती परीक्षाएं एक दम पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाएगी भर्ती कलेंडर जारी कर उसके अनुरूप परीक्षा आयोजित कराई जाये।